नई दिल्ली। उच्च शिक्षा संस्थानों की 10 श्रेणियों में 'इंडिया रैंकिंग 2020' जारी की गई है। ओवरआल रैंकिंग में आईआईटी मद्रास ने पहला स्थान प्राप्त किया है, बेंगलुरू का आईआईएससी दूसरे स्थान पर और आईआईटी दिल्ली तीसरे नंबर पर है। इंडिया रैंकिंग 2020 पर ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के चैयरमेन डॉक्टर अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा, हमने पहली रैंकिंग 4 अप्रैल, 2016 को की थी।
तब इसमें केवल चार श्रेणियां थीं, अब नौ श्रेणियां में 5000 से ज्यादा इंस्टीट्यूट हैं। रैंकिंग का आधार इस बात पर निर्भर करता है कि छात्रों का उक्त कॉलेज में जाने का क्या अनुभव है। इनोवेशन, रिसर्च और स्टार्टअप को संस्थान में कैसे बढ़ावा दिया जाता है। छात्रों की प्लेसमेंट और लोगों की संस्थान विशेष के बारे में क्या भावना है।
इंडिया रैंकिंग 2020 में डेंटल कॉलेजों की कैटेगरी में दिल्ली का मौलाना आजाद मेडिकल इस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंस पहले स्थान पर है। मौलाना आजाद मेडिकल इस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंस के वाइस चांसलर डॉक्टर महेश कुमार ने कहा, बेहतर सर्विस, सुविधाएं गुणवत्ता एवं छात्रों से कम फीस वसूलना हमारी विशेषताओं में शामिल है। इस उपलब्धि का पूरा श्रेय किसी एक व्यक्ति को नहीं दिया जा सकता। यह छोटे से लेकर बड़े तक सभी की मेहनत का नतीजा है।
विश्वविद्यालयों की कैटेगरी में आईआईएससी बेंगलुरू टॉप पर है। कॉलेजों की श्रेणी में दिल्ली विश्वविद्यालय का मिरांडा हाउस पहले स्थान है। लेडी श्रीराम कॉलेज दूसरे और हिंदू कॉलेज को तीसरा स्थान मिला है। कॉलेजों की श्रेणी में प्रथम तीन आने वाले ये तीनों ही कॉलेज दिल्ली से हैं।
यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर डी.पी. सिंह ने कहा, पिछले कुछ वर्षों से हमने क्वालिटी एजुकेशन को काफी प्रमोट किया है। शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाते हुए दीक्षा, जीवन कौशल, मूल्य प्रभाव जैसे कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। यह शुरुआत विभिन्न संस्थानों के कुलपतियों के साथ मिलकर की गई है।
फार्मेसी संस्थानों की सूची में दिल्ली का जामिया हमदर्द पहले स्थान पर है। जामिया हमदर्द के वाइस चांसलर प्रोफेसर सैयद एहतेशाम हसनैन ने कहा, हमने बीते 3 वर्षों के दौरान लगभग 80 नए फैकेल्टी नियुक्त किए। जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी, आईआईटी, आईआईएम, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और पेंसिलवेनिया के फैकेल्टी हमारे छात्रों को पढ़ाने आ रहे हैं। यूनिवर्सिटी की ग्रांट को तीन करोड़ रुपये से बढ़वा कर 70 करोड़ रुपये करवाया है। हमारी कामयाबी की असल वजह हमारी स्ट्रैटेजिक प्लैनिंग है। हर क्षेत्र में हमने टीमवर्क को बढ़ावा दिया है।
मेडिकल संस्थानों में दिल्ली स्थित एम्स सर्वश्रेष्ठ मेडिकल संस्थान है। एम्स के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस सम्मान पर संतोष व्यक्त किया है।