नई दिल्ली: SSC Exam 2017 Paper Leak के मामले पर सुप्रीम कोर्ट सख्त रुख अपनाता हुआ दिख रहा है। कोर्ट ने सोमवार को कहा कि 2017 में हुई परीक्षा को रद्द करके नई परीक्षा कराना बेहतर है। हालांकि इस मामले में कोर्ट का कोई आदेश नहीं आया, लेकिन परीक्षा को रद्द करने का संकेत मिल चुका है। कोर्ट ने कहा है कि फरवरी 2018 में आयोजित ऑनलाइन मुख्य परीक्षा के पेपर लीक मामले में पेपर लीक होने का लाभ पाने वाले सभी उम्मीदवारों और लोगों को पकड़ना संभव नहीं है। कोर्ट का कहना है कि ये पता करना मुश्किल है कि इसका लाभ किसे मिला। अदालत ने इस मामले पर सरकार से जवाब मांगा है।
इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने 31 अगस्त 2018 को SSC Exam 2017 के परिणाम पर रोक लगा दी थी। न्यायालय ने 31 अगस्त 2018 को कहा था कि कि पहली नजर में पूरी SSC परीक्षा प्रक्रिया और परीक्षा में गड़बड़ी नजर आ रही है। कोर्ट ने कहा था कि SSC परीक्षा में नकल करके पास होने वालों को सरकारी सेवाओं में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इसके साथ ही कोर्ट ने 31 अगस्त 2018 को SSC द्वारा आयोजित संयुक्त स्नातक स्तर परीक्षा (CGL 2017) और SSC संयुक्त वरिष्ठ माध्यमिक स्तर परीक्षा 2017 (CHSL) के परिणाम पर रोक लगा दी थी।
SSC के द्वारा 17 और 21 फरवरी, 2018 के बीच SSC स्नातक स्तर परीक्षा (CGL 2017) और SSC संयुक्त वरिष्ठ माध्यमिक स्तर परीक्षा 2017 (CHSL) की परीक्षाएं आयोजित हुई थीं। लेकिन परीक्षा पेपर लीक के खुलासे के बाद हजारों उम्मीदवारों ने CBI जांच की मांग करते हुए सड़कों पर प्रदर्शन किया था। बाद में मार्च 2018 में मोदी सरकार ने CBI जांच के आदेश जारी कर दिए थे। इस मामले में CBI ने कई गिरफ्तारियां भी की थीं।