एसएससी परीक्षा में हुई कथित धांधली को लेकर हो रहा प्रदर्शन धीरे-धीरे बढ़ता चला जा रहा है। जहां एक तरफ पूरे देश से छात्र दिल्ली में एसएससी कार्यालय पहुंचकर धरना दे रहे हैं तो वहीं अब अब धीरे धीरे छात्रों को विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संस्थानों का भी समर्थन मिल रहा है। मामला बढ़ता देख सरकार भी हरकत में आई है और छात्रों की मांग पर विचार करते हुए सीबीआई जांच की मांग को स्वीकार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
छात्रों का आरोप है कि 17 से लेकर 22 फरवरी तक आयोजित हूई एसएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र पहले ही लीक हो चुके थे। जिसको लेकर छात्र 27 फरवरी से लोधी रो़ड पर सीजीओ कांप्लेक्स के कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे है। इस विरोध पर्दशन में देश भर से छात्र सीजीओ कॉम्प्लेक्स के बाहर इकट्ठा हुए हैं। बिहार से आए अभ्यर्थी रोहित कुमार ने बताया, ‘‘परीक्षा में अनियमितताएं स्पष्ट थीं क्योंकि गणित के प्रश्न-पत्र की आन्सर शीट 21 फरवरी को परीक्षा के दौरान ही सोशल मीडिया पर नजर आने लगी।’’
नेताओं का बढ़ता समर्थन
जैसे-जैसे इस विरोध प्रदर्शन के दिन बीत रहे हैं एक के बाद एक कई राजनीतिक पार्टियां छात्रों के समर्थन में आ गईं हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि केंद्र को एसएससी परीक्षा के कथित पेपर लीक की सीबीआई जांच शुरू करनी चाहिए क्योंकि यह मुद्दा हजारों परीक्षार्थियों के भविष्य से जुड़ा है। वहीं कांग्रेस ने एक और व्यापमं घोटाला बताया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा कि सरकार को आंदोलनरत छात्रों की सभी मांगों को तुरंत मान लेना चाहिए और पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच का आदेश देना चाहिए। क्या केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने की बजाय नौकरियां ‘‘बेच’’ रही है। इसके अलावा सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे भी इन छात्रों के बीच जा चुके हैं। हजारे ने कहा कि छात्रों का प्रदर्शन जायज है और इसे शांतिपूर्ण ढंग से जारी रखना चाहिए। छात्रों और दूसरी पार्टियों के द्वारा बढ़ते दबाव के चलते सरकार ने सीबीआई जांच की मांग को मान लिया है। एसएससी परीक्षा के दौरान पेपर लीक हुए थे या नहीं अब इसकी छानबीन सीबीआई करेगी। वहीं पुलिस भी इस मामने पर नजर बनाए हुए हैं। पुलिस ने कहा कि हालात पर नजर रखी जा रही है और अब तक प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा है।
सरकार ने सीबीआई मांगी को किया स्वीकार
कर्मचारी चयन आयोग ने एसएससी प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के मामले की सीबीआई जांच की मांग को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि आयोग ने 21 फरवरी को हुई परीक्षा के प्रश्नपत्र-1 के प्रश्न लीक होने से जुड़े आरोपों की सीबीआई जांच की सिफारिश कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग से करने पर सहमति जताई है। सरकार ने भले ही छात्रों की मांग को स्वीकार कर लिया है लेकिन सरकार इस सारे मसले पर बैकफुट पर नजर आ रही है। हालांकि छात्र सीबीआई जांच के लिखित आदेश पर अड़े हैं