कोरोनावायरस का कहर दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है जिसकी वजह से लॉकडाउन चल रहा है जिसके कारण अधिकतर स्कूलों को हिदायत दी गई है कि वे इस दौरान अभिभावकों से फीस न मांगे। लेकिन कुछ ऐसे स्कूल है जो सरकार के दिए गए आदेश का पालन नही कर रहे हैं। ऐसे ही 38 स्कूलों को पंजाब सरकार ने लॉकडाउन के दौरान अभिभावकों से फीस वसूलने की कोशिश करने के लिए नोटिस भेजा है।
लॉकडाउन के दौरान फीस मांगने के कारण 38 प्राइवेट स्कूलों को राज्य सरकार की ओर से कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। एक दिन पहले नियमों का उल्लघन करने में नोटिस पाने वाले स्कूलों की संख्या 22 थी जो आज यह 38 पहंच गई है।
राज्य के शिक्षामंत्री विजय इंदर सिंघला ने सभी अभिभावकों से कहा है कि किसी भी पैरेंट को यदि इस प्रकार की समस्या आ रही है तो वह सीधे उनको शिकायत दे। इस मौके पर उन्होंने स्कूलों को चेतावनी कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी पैरेंट या छात्र को फीस के लिए पेरशान न किया जाए।
इन आदेशों के साथ, स्कूलों को स्थिति सामान्य होने के बाद फीस जमा करने के लिए कम से कम 30 दिनों की अवधि प्रदान करने के लिए निर्देश दिए गए थे। वहीं स्कूलों को यह भी निर्देश दिया गया है कि इस अवधि के लिए छात्रों से कोई विलंब शुल्क या जुर्माना न वसूला जाए".
गौरतलब है कि इस वक्त कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है जो कि 14 अप्रैल को खत्म होगा। लॉकडाउन के दौरान सभी स्कूल बंद हैं और परीक्षाएं स्थगित हो गई हैं। सूबे की सरकार ने सभी प्राइवेट स्कूलों को आदेश दिया है कि लॉकडाउन अवधि के दौरान कोई भी प्राइवेट स्कूल अभिभावकों से किसी भी तरह का शुल्ल वसूल नहीं करेगा।