निजी विद्यालयों के संघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर शिक्षकों और अन्य कर्मियों के वेतन भुगतान को लेकर आर्थिक सहायता की मांग की है। पटना में रविवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान प्राईवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने बताया कि एसोसिएशन के अलावा उससे जुड़े पूरे देश में 20 लाख निजी विद्यालयों के संचालक एवं शिक्षक भी बीस लाख पत्र प्रधानमंत्री को भेजेंगे तथा उनको निजी विद्यालयों और उनसे जुडे सभी कर्मचारियों की कठिनाईयों से अवगत कराया जायेगा।
उन्होंने कहा कि निजी विद्यालयों को सुचारू रूप से चलाने का एकमात्र साधन फीस ही है तथा मार्च से फीस न आने के कारण ये विद्यालय अपने शिक्षक और गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थ हैं और सभी के लिए जीवनयापन अब असम्भव प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यालय प्रबंधन एवं समस्त कर्मचारी अत्यधिक मानसिक तनाव से गुज़र रहे है जो जानलेवा साबित हो सकता है।
शमायल ने कहा कि शिक्षक समाज हमारे देश का अभिन्न अंग है और हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह सभी निजी विद्यालयों को सरकारी स्कूलों में प्रति छात्र पर होने वाले खर्च के अनुसार आर्थिक अनुदान दे और लाकडाऊन तक यह सहायता जारी रखे। इस अवसर एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव मोरवन कॉवेल, महासचिव शैलेश प्रसाद सिंह अन्य संगठन से जुडे लोग उपस्थित थे ।