नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को इंजीनियरिंग के नव स्नातकों के लिए ‘द अर्बन लर्निंग इंटर्नशिप प्रोग्राम’ (ट्यूलिप) की शुरुआत की। इससे इन स्नातकों को देश के 4,400 शहरी निकायों और 100 स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के साथ इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा। आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल `निशंक’, आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संयुक्त तौर पर शहरी अध्ययन प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल की शुरूआत की।
यह कार्यक्रम इन नव स्नातकों के बाजार मूल्य को बढ़ाने में मदद करेगा। इस एक वर्ष के इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत उनकी शहरी नियोजन, परिवहन, पर्यावरण, साफ-सफाई, नगरपालिका वित्त इत्यादि विविध क्षेत्रों के बारे में समझ बनेगी। पुरी ने कहा कि देश में शहरी सेवाएं बहुत व्यापक हैं। यह कार्यक्रम इंजीनियरिंग स्नातकों को जमीनी अनुभव प्रदान करेगा। इसका फायदा स्थानीय निकायों और स्मार्ट सिटी को भी मिलेगा क्योंकि वह युवाओं के नवोन्मेषी और नए विचारों को अपना पाएंगे। इससे स्थानीय निकायों की कार्यक्षमता बढ़ेगी और उनकी सेवाएं बेहतर होगी। पोखरियाल ने कहा कि सरकार का लक्ष्य अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप कराने का है। इसके लिए आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय और अखिल भारतीय प्रौद्योगिकी शिक्षा परिषद के बीच एक सहमति ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर हुए हैं।