नई दिल्ली। देशभर के टेक्निकल विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अब सप्ताह में 6 दिन पढ़ाई होगी। साथ ही परिस्थिति को देखते हुए तकनीकी शिक्षा के छात्रों के लिए भी नया सत्र एक सितंबर से शुरू किया जाएगा। एआईसीटीई ने देशभर के तकनीकी शिक्षा संस्थानों को यूजीसी द्वारा स्वीकृत नए एकेडमिक कैलेंडर को लागू करने को कहा है। इसके मुताबिक, प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयों में प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए नया शैक्षणिक सत्र 1 सितंबर से शुरू किया जाए। वहीं सेकंड और थर्ड ईयर के छात्रों के लिए यह शैक्षणिक सत्र 1 अगस्त से शुरू होगा।
एआईसीटीई के सचिव राजीव कुमार ने एक पत्र जारी कर कहा, "कोरोना वायरस के मद्देनजर यूजीसी ने एक विशेष कमेटी का गठन किया था, जिसकी सिफारिशों को यूजीसी ने स्वीकार कर लिया है, सभी संबंधित तकनीकी शिक्षा संस्थानों, विश्वविद्यालयों व पॉलिटेक्निक से निवेदन है कि इन दिशानिर्देशों का पालन करें।"
यूजीसी ने विश्वविद्यालयों के नए एकेडमिक कैलेंडर, परीक्षाओं व अन्य संबंधित विषयों पर एक विशेष कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी के अध्यक्ष हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति आर.सी. कुहाड़ हैं। सदस्यों में इंटर-यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर के निदेशक एसी पांडेय, बनस्थली विद्यापीठ के कुलपति आदित्य शास्त्री और पंजाब विश्वविद्यालय के प्रमुख राज कुमार शामिल हैं।
यूजीसी की इस विशेष कमेटी ने कहा है "एमफिल और पीएचडी करने वालों को थीसिस जमा करने के लिए तय आखिरी तारीख से 6 माह और दिए जाएं।" यूजीसी द्वारा यह सिफारिश स्वीकार किए जाने के बाद टेक्निकल यूनिवर्सिटीज में भी इसे लागू कर दिया गया है।
एआईसीटीई ने संबंधित विश्वविद्यालय को अपने आधिकारिक संदेश में कहा, "शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए कोई भी संस्थान एडमिशन या अन्य फीस नहीं बढ़ाएगा। लॉकडाउन के कारण कई संस्थान और यूनिवर्सिटी फाइनल परीक्षा नहीं करा पाए हैं। ऐसी स्थिति में छात्रों को प्रोविजनल एडमिशन दिया जा सकता है।"
एआईसीटीई ने कहा कि संस्थान चाहें तो एआईसीटीई के बताए कैलेंडर के अनुसार ऑनलाइन मोड पर कक्षाएं शुरू कर सकते हैं। हालात सामान्य होने पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन के आधार पर सामान्य कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं।