नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशानिर्देश पर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर बनाया है। कैलेंडर में चार भाषाओं के विषयों संस्कृत, उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी को शामिल किया गया है। इस वैकल्पिक कैलेंडर में ई-पाठशाला, एनआरओईआर और दीक्षा पोर्टल पर अध्यायवार उपलब्ध सामग्री को भी शामिल किया गया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने उच्च प्राथमिक स्तर (कक्षा 6 से 8) के लिए यह वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर 23 अप्रैल को जारी किया। इसके पहले प्राथमिक स्तर के लिए ये कैलेंडर 16 अप्रैल 2020 को जारी किया गया था।
केंद्रीय मंत्री ने इस कैलेंडर पर उपलब्ध गतिविधियों के बारे में कहा, "सभी गतिविधियां सुझाव के तौर पर शामिल की गयी है न कि किसी आदेश की तरह थोपी गई हैं। इस क्रम में किसी के ऊपर कोई बाध्यता नहीं है। अध्यापक और अभिभावक बिना क्रम पर ध्यान दिए विद्यार्थियों की रूचि वाली गतिविधि का चयन कर सकते हैं।"
इस अवसर पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा , "इस कैलेंडर में शिक्षकों के लिए तकनीक और सोशल मीडिया उपकारों के उपयोग के दिशानिर्देश भी दिए गए हैं, ताकि वो बच्चों को बेहतर तरीके से ऑनलाइन शिक्षा दे सकें। जिन बच्चों के पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं, उनको शिक्षक मोबाइल पर एसएमएस भेज कर या फोन कर के शिक्षा प्रदान कराने के दिशानिर्देश भी इस कैलेंडर में दिए गए हैं।"
निशंक ने कहा , "बहुत जल्द मंत्रालय 9 से 12 की कक्षाओं और सभी विषयों को इस कैलेंडर में शामिल करेगा। इस कैलेंडर में बच्चों के सीखने की जरूरत को ध्यान में रखा गया है और इससे दिव्यांग बच्चे भी जुड़ सकते हैं। दिव्यांग छात्रों के लिए इस कैलेंडर में ऑडियो बुक्स, रेडियो कार्यक्रमों आदि द्वारा शिक्षा प्रदान किये जाने की सुविधा है।"
इस कैलेंडर को साप्ताहिक आधार पर जारी किया जायेगा। इस कैलेंडर में तनाव और चिंता को दूर करने के तरीके भी सुझाये गए हैं।प्राथमिक कक्षाओं के लिए इन सत्रों का प्रसारण सोमवार से शनिवार प्रात 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगा, वहीं उच्च प्राथमिक कक्षाओं के लिए अपराह्न् 2 बजे से अपराह्न् 4 बजे तक होगा। इन सत्रों के दौरान दर्शकों से बातचीत के अलावा, विषयगत शिक्षण करवाया जायेगा और साथ में उससे संबंधित गतिविधियां भी दिखाई जाएंगी।