नयी दिल्ली: मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक अपने छात्रों को‘ डिग्री’ या‘ डिप्लोमा’ देने का फैसला भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIM) को करना है। IIM को अपने छात्रों को डिग्री प्रदान करने की मंत्रालय द्वारा इजाजत दिए जाने के बावजूद ये संस्थान इस विषय पर एक आमराय पर नहीं पहुंचे हैं।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘डिग्री या डिप्लोमा प्रदान करने का फैसला IIM द्वारा लिया जाना है। वे ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने अपने लिए एक मजबूत प्रतिष्ठा बनाई है और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (PGDM) सहित उनके अकादमिक प्रमाणपत्रों को वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है। मंत्रालय इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगा।’’
संसद ने 20 दिसंबर को IIM अधिनियम पारित कर इन शीर्ष प्रबंधन संस्थानों को अपने छात्रों को डिग्रियां प्रदान करने के लिए सशक्त किया था। सभी 20 बिजनेस स्कूलों के निदेशक इस मुद्दे पर एक आमराय पर पहुंचने के लिए 28 फरवरी को नयी दिल्ली में मिले थे। IIM बेंगलोर एमबीए की डिग्री देने वाला पहला IIM है।