नई दिल्ली: अल्पसंख्यक समुदायों की स्कूली छात्राओं को दी जाने वाली छात्रवृत्ति से जुड़ी केंद्र सरकार की योजना के लिए इस बार ''रिकॉर्ड'' 4.8 लाख से अधिक लड़कियों ने आवेदन किया है जो पिछले साल की तुलना में करीब ढाई गुना ज्यादा है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन (MAEF) की ओर से नौवीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा की मेधावी छात्राओं के लिए 'बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना' चलाई जाती है।
MAEF के सचिव रिजवानुर रहमान के मुताबिक, इस छात्रवृत्ति योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए 4.8 लाख से अधिक लड़कियों ने आवेदन किया। उन्होंने बताया, ''इस बार 4.8 लाख से ज्यादा लड़कियों ने आवेदन किया है जो इस योजना के लिए रिकॉर्ड संख्या है। पिछले साल के मुकाबले ये करीब ढाई गुना ज्यादा है। पिछले साल करीब दो लाख लड़कियों ने आवेदन किया था।''
रहमान ने कहा, ''मंत्रालय और MAEF की ओर से व्यापक पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया गया और इसी का नतीजा है कि इस बार इतनी संख्या में लड़कियों ने आवेदन किया है।'' उनका कहना है कि पिछले साल 1.15 लाख लड़कियों को छात्रवृत्ति दी गई थी और इस बार हमारी कोशिश है कि इस संख्या में काफी बढ़ोतरी हो।
गौरतलब है कि इस योजना के तहत आवेदन करने वाली 9वीं और 10वीं कक्षा की लड़कियों को सालाना पांच-पांच हजार रुपये और 11वीं और 12वीं कक्षा की छात्राओं को छह-छह हजार रुपये दिए जाते हैं।