नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कोरोनावायरस के कारण यूजीसी द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के मद्देनजर नया एकेडमिक कैलेंडर स्वीकृत किया गया है। इसके अनुसार छात्रों को 25 जून से 30 जून के बीच अपनी कक्षाओं में लौटने की उम्मीद है।
लॉकडाउन हटने और हालात सामान्य होने पर विश्वविद्यालय में नियमित कक्षाएं शुरू की जाएंगी। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति एम. जगदेश कुमार द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है, "विश्वविद्यालय के मौजूदा छात्रों के लिए एक अगस्त से सत्र शुरू होगा। हालांकि इससे पहले जुलाई में विभिन्न कॉलेजों के मौजूदा छात्रों को मूल परीक्षाएं देनी होंगी। विश्वविद्यालय 31 जुलाई तक सभी परीक्षाएं लेगा। यदि किसी कारणवश 31 जुलाई तक परीक्षाओं के परिणाम घोषित नहीं होते तो भी छात्रों को प्रोविजन के आधार पर अगली कक्षाओं में प्रवेश दे दिया जाएगा।"
वहीं पिछले सेमेस्टर की तरह इस बार भी, मानसून सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी। सभी छात्र ऑनलाइन माध्यम से अगले सेमेस्टर के लिए अपना पंजीकरण करा सकेंगे। जेएनयू विश्वविद्यालय प्रशासन ने पीएचडी कर रहे छात्रों को भी बड़ी राहत दी है। छात्रों को अपनी थीसिस जमा करवाने के लिए छह महीने का अतिरिक्त समय दिया गया है। अब ये छात्र 31 दिसंबर तक अपनी थीसिस जमा कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक विभिन्न कोर्सों के छात्र 25 से 30 जून तक विश्वविद्यालय परिसर में में वापस लौट आएंगे।जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अकादमिक कैलेंडर सर्वसम्मति से लागू किया गया है। इसे सभी डींस और स्पेशल सेंटर के चेयरपर्सन द्वारा स्वीकृत किया गया है।
विश्वविद्यालयों के अकादमिक कैलेंडर को तैयार करने वाली यूजीसी की कमेटी ने अपनी सिफारिश में कहा, "देशभर के सभी कॉलेजों में सप्ताह में छह दिन पढ़ाई होनी चाहिए। परिस्थिति को देखते हुए देश में उच्च शिक्षा के लिए नया सत्र जुलाई के बदले सितंबर से होना चाहिए।" कमेटी शनिवार को भी कॉलेज चालू रखने की पक्षधर है।
यूजीसी की इस कमेटी के अध्यक्ष हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति आर.सी. कुहाड़ हैं। सदस्यों में इंटर-यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर के निदेशक ए.सी. पांडेय, वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति आदित्य शास्त्री और पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार शामिल हैं।
कमेटी ने अपनी एक अन्य सिफारिश में कहा, "जहां प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए नया शैक्षणिक सत्र एक सितंबर से शुरू किया जाए, वहीं सेकंड और थर्ड ईयर के छात्रों के लिए यह शैक्षणिक सत्र एक अगस्त से शुरू किया जा सकता है।" नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कोरोनावायरस के कारण यूजीसी द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के मद्देनजर नया एकेडमिक कैलेंडर स्वीकृत किया गया है। इसके अनुसार छात्रों को 25 जून से 30 जून के बीच अपनी कक्षाओं में लौटने की उम्मीद है।
लॉकडाउन हटने और हालात सामान्य होने पर विश्वविद्यालय में नियमित कक्षाएं शुरू की जाएंगी। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति एम. जगदेश कुमार द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है, "विश्वविद्यालय के मौजूदा छात्रों के लिए एक अगस्त से सत्र शुरू होगा। हालांकि इससे पहले जुलाई में विभिन्न कॉलेजों के मौजूदा छात्रों को मूल परीक्षाएं देनी होंगी। विश्वविद्यालय 31 जुलाई तक सभी परीक्षाएं लेगा। यदि किसी कारणवश 31 जुलाई तक परीक्षाओं के परिणाम घोषित नहीं होते तो भी छात्रों को प्रोविजन के आधार पर अगली कक्षाओं में प्रवेश दे दिया जाएगा।"
वहीं पिछले सेमेस्टर की तरह इस बार भी, मानसून सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी। सभी छात्र ऑनलाइन माध्यम से अगले सेमेस्टर के लिए अपना पंजीकरण करा सकेंगे। जेएनयू विश्वविद्यालय प्रशासन ने पीएचडी कर रहे छात्रों को भी बड़ी राहत दी है। छात्रों को अपनी थीसिस जमा करवाने के लिए छह महीने का अतिरिक्त समय दिया गया है। अब ये छात्र 31 दिसंबर तक अपनी थीसिस जमा कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक विभिन्न कोर्सों के छात्र 25 से 30 जून तक विश्वविद्यालय परिसर में में वापस लौट आएंगे।जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अकादमिक कैलेंडर सर्वसम्मति से लागू किया गया है। इसे सभी डींस और स्पेशल सेंटर के चेयरपर्सन द्वारा स्वीकृत किया गया है।
विश्वविद्यालयों के अकादमिक कैलेंडर को तैयार करने वाली यूजीसी की कमेटी ने अपनी सिफारिश में कहा, "देशभर के सभी कॉलेजों में सप्ताह में छह दिन पढ़ाई होनी चाहिए। परिस्थिति को देखते हुए देश में उच्च शिक्षा के लिए नया सत्र जुलाई के बदले सितंबर से होना चाहिए।" कमेटी शनिवार को भी कॉलेज चालू रखने की पक्षधर है।
यूजीसी की इस कमेटी के अध्यक्ष हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति आर.सी. कुहाड़ हैं। सदस्यों में इंटर-यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर के निदेशक ए.सी. पांडेय, वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति आदित्य शास्त्री और पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार शामिल हैं।
कमेटी ने अपनी एक अन्य सिफारिश में कहा, "जहां प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए नया शैक्षणिक सत्र एक सितंबर से शुरू किया जाए, वहीं सेकंड और थर्ड ईयर के छात्रों के लिए यह शैक्षणिक सत्र एक अगस्त से शुरू किया जा सकता है।"