नई दिल्ली। देशभर के आईआईटी जैसे प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान रोजगार परक पाठ्यक्रमों को डिजाइन कर रहे हैं। इसके लिए उद्योगपतियों से मिलकर चर्चा की जा रही है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय रोजगार के अवसर बढ़ाने एवं भारत में नए उद्योगों की शुरुआत के लिए इस प्रकार की चर्चाओं को प्रोत्साहित कर रहा है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, "कौशल को शिक्षा से जोड़ने के लिए मैंने आईआईटी और अन्य शिक्षण संस्थानों से कहा है कि उद्योगपतियों से मिलकर चर्चा कीजिए। ऐसे कोर्स डिजाइन कीजिए जो उनकी जरूरत हैं। मेरा बच्चा 50 फीसदी उन उद्योगों में काम करें और वह छलांग लगाकर उन्हें ऊपर लेकर जाएगा। उसकी पूरी मनोस्थिति उसमें लगेगी। उसका विजन उसमें आएगा। उद्योग खड़ा होगा और हमारा बच्चा भी बाहर नहीं जाएगा।"
अर्थव्यवस्था को मजबूती देने एवं रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कई विशेष ऑनलाइन कोर्स शुरू भी किए जा चुके हैं। खास बात यह है कि उच्च शिक्षा से जुड़े यह कोर्स, बैंकिंग, रिजर्व बैंक और मनी सप्लाई जैसे महत्वपूर्ण विषयों को ध्यान में रखते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, "मंत्रालय के चैनल 'स्वयं' के माध्यम से छात्र धन की आपूर्ति का निर्धारण, केंद्रीय बैंक के कार्य और भूमिका, मनी बैंकिंग का कोर्स घर बैठे ऑनलाइन कर सकते हैं।"
यह कोर्स मुख्यत: पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों के लिए हैं। इन पाठ्यक्रमों के दौरान छात्रों को मनी मार्केट में रिजर्व बैंक की भूमिका एवं उसके महत्व की जानकारी दी जाएगी। सबसे महत्वपूर्ण विषय के रूप में छात्रों को विशेषज्ञ अर्थशास्त्रियों द्वारा मनी बैंकिंग का पाठ्यक्रम ऑनलाइन बढ़ाया जाएगा जाएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यह कोर्स युवाओं के रोजगार के साथ जोड़ते हुए डिजाइन किया है। उपलब्ध कराए गए इस कोर्स के माध्यम से मनी बैंकिंग के अलावा धन की आपूर्ति एवं इसके प्रबंधन समेत विभिन्न बैंकों एवं अर्थव्यवस्था में भारतीय रिजर्व बैंक की भूमिका को भी बारीकी से समझा जा सकता है।
यह कोर्स फाइनेंस के छात्रों हेतु उपलब्ध करा दिया है। इससे पहले राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने मोबाइल ऐप तैयार किया। इस मोबाइल ऐप का नाम 'अभ्यास' है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा तैयार किया गया यह ऐप परीक्षार्थियों को कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट के बारे में जानकारी देगा।