नई दिल्ली। किसी भी भाषा को सीखने में जो एक चीज सबसे महत्वपूर्ण होती है वो है हमारा माहौल। आखिर हम अपनी मातृ-भाषा छोटी सी ही उम्र में कैसे बोलने लगते हैं क्योंकि हम निरंतर और हमेशा ऐसे माहौल में रहते हैं जहां वही भाषा बोली, पढ़ी और सुनी जाती है। इसलिए अंग्रेजी बोलना सीखना है तो हमें यथा संभव अपने माहौल को भी अंग्रेजीशुदा बना देना चाहिए। इसके लिए आप ऐसा कुछ कर सकते हैं।
अपना महौल English बनाएं :
- हिंदी अखबार की जगह English Newspaper पढना शुरू कीजिये।
- हिंदी गानों की जगह अंग्रेजी गाने सुनिए।
- अपने interest के English program / movies देखिये.
- अपने room को जितना English बना सकते हैं बनाइये ….English posters, Hollywood actors,English books,Cds..जैसे भी हो जितना भी हो make it English।
ऐसे लोगों के साथ group बनाएं जो आप ही की तरह स्पोकेन इंग्लिश सीखना चाहते हों:
कुछ ऐसे दोस्त खोजिये जो आप ही की तरह अंग्रेजी बोलना सीखना चाहते हैं। अगर आपके घर में ही कोई ऐसा है तो फिर तो और भी अच्छा है। लेकिन अगर ना हो तो ऐसे लोगों को खोजिये, और वो जितना आपके घर के करीब हों उतना अच्छा है। ऐसे दोस्तों से अधिक से अधिक बात करें और सिर्फ English में ,चाहें तो आप mobile पर भी यही काम कर सकते हैं।
कोई mentor बना लें:
किसी ऐसे व्यक्ति को अपना mentor बना लें जो अच्छी English जानता हो, आपका कोई मित्र, आपका कोई रिश्तेदार, कोई पडोसी, कोई अंग्रेजी सीखाने वाला institute….कोई भी जो आपकी मदद के लिए तैयार हो। आपको अपने मेंटर से जितनी मदद मिल सके लेनी होगी। अगर आप को मेंटर ना मिले तो भी मायूस होने की ज़रुरत नहीं है आप अपने efforts में लगे रहे, मेंटर मिलने सी आपका काम आसानी से होता लेकिन ना मिलने पर भी आप अपने प्रयास से यह भाषा सीख सकते हैं।
पहले दिन से ही correct English बोलने का प्रयास मत करें:
अगर आप ऐसा करेंगे तो आप इसी बात में उलझे रह जायेंगे की आप सही बोल रहे हैं या गलत। पहला एक -दो महिना बिना किसी tension के जो मुंह में आये बोले, ये ना सोचें कि आप grammatically correct हैं या नहीं। जरूरी है कि आप धीरे -धीरे अपनी झिझक को मिटाएं।
बोल कर पढ़ें:
हर रोज आप अकेले या अपने group में तेज आवाज़ में English का कोई article या story पढ़ें. बोल -बोल कर पढने से आपका pronunciation सही होगा, और बोलने में आत्मविश्वास भी बढेगा।
Mirror का use करें:
अकसर लोग English बोलना तो जानता था पर अन्दर fluency की कमी होती है, इसे ठीक करने के लिए आप शीशे के सामने खड़े होकर English में बोल सकते हैं। शीशे के सामने बोलने का सबसे बड़ा फायदा है कि आप को कोई झिझक नहीं होगी और आप खुद को improve कर पाएंगे।
Enjoy the process:
English बोलना सीखेने को एक enjoyment की तरह देखें इसे अपने लिए बोझ ना बनाएं। आराम से आपके लिए जो speed comfortable हो उस speed से आगे बढें । पर इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपने प्रयत्न एकदम से कम कर दें, बल्कि जब आप इसे enjoy करेंगे तो खुद -बखुद इस दिशा में आपके efforts और भी बढ़ जायेंगे। आप ये भी सोचें कि जब आप fluently बोलने लगेंगे तब कितना अच्छा लगेगा , आप का confidence भी बढ़ जायेगा और आप सफलता की तरफ बढ़ने लगेंगे।
English में सोचना शुरू करें:
जब इंसान मन में कुछ सोचता है तो naturally वो अपनी मात्र भाषा में ही सोचता है। लेकिन चूँकि आप English सीखने के लिए committed हैं तो आप जो मन में सोचते हैं उसे भी English में सोचें। यकीन जानिये आपके ये छोटे -छोटे efforts आपको तेजी से आपकी मंजिल तक पंहुचा देंगे।
ऐसी चीजें पढ़ें जो समझने में बिलकुल आसान हों:
बच्चों की English comics आपकी हेल्प कर सकती है, उसमे दिए गए pictures आपको story समझने में हेल्प करेंगे और simple sentence formation भी आम बोल चाल में बोले जाने वाले सेंटेंसेस पर आपकी पकड़ बना देंगे।