Aviation Industry: एविएशन इंडस्ट्री इस समय पूरी दुनिया में आगे बढ रही है, लेकिन खास बात यह है कि भारत में इसकी ग्रोथ रेट काफी तेज है। उडानों की संख्या की दृष्टि से देखें, तो दुनिया के टॉप देशों की सूची में भारत है। आसमान में उड़ते हवाई जहाज हमें बचपन से आकर्षित करते रहे हैं। आज भी बच्चे विमान की गडगडाहट सुन उसे देखने घर से बाहर निकल आते हैं और जब तक विमान नजरों से ओझल न हो जाए, तब तक एकटक उसे निहारते रहते हैं। बचपन की यह उत्सुकता अधिकांश बच्चों में बड़े होने के साथ विमानों की दुनिया से लगाव का रूप लेने लगती है। आकाश में पक्षी की तरह पंख फैलाए लम्बे सफर पर निकले विमानों की दुनिया से जुड़ेने की तमन्ना बचपन से ही तमाम बालक-बालिकाओं की होती है। विमानों की दुनिया में सिर्फ पॉयलट ही नहीं होते, बल्कि तेजी से आगे बढ़ रही इस इंडस्ट्री में केबिन-क्रू स्टाफ के रूप में भी खूब संभावनाएं हैं। केबिन-क्रू मेंबर्स में प्रमुख रूप से एयर होस्टेस और फ्लाइट स्टीवर्ड शामिल होते हैं।
केबिन क्रू : यदि आपका व्यक्तित्व आकर्षक है, हिन्दी और अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ है, आपकी न्यूनतम योग्यता किसी भी विषय से 10+2 है, आपकी ऊंचाई 157 से 170 सेंटीमीटर के बीच है और आपकी आयु 17 से 26 वर्ष के बीच है, तो यह क्षेत्र आपके लिए ही है। इस कोर्स की एक वर्ष की अवधि होती है।
ग्राउंड स्टाफ : अमूमन 6 माह से 1 वर्ष तक के डिप्लोमा इन एयरपोर्ट ग्राउंड सर्विस मैनेजमेंट कोर्स में एयरपोर्ट टर्मिनोलॉजी, चेक-इन प्रोसिजर, एयरपोर्ट सिक्योरिटी, कार्गो रूल्स, एयरपोर्ट सिग्नल्स सहित पर्सनेलिटी ग्रूमिंग को शामिल किया जाता है। न्यूनतम योग्यता में 18 से 26 वर्ष तक की आयु और न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ किसी भी विषय में 10+2 जरूरी है।
एयर कार्गो मैनेजमेंट : 6 माह से 9 माह तक के डिप्लोमा इन इंटरनेशनल एयर कार्गो मैनेजमेंट कोर्स में आप एविएशन हिस्ट्री एवं जियोग्राफी के अतिरिक्त कार्गो लॉ, कस्टम्स रूल्स, वेयरहाउसिंग, एयरक्राफ्ट लिमिटेशन व लोडिंग कैपेसिटी, क्लीयरेंस प्रोसिजर, क्लेम रूल्स, बीमा और फ्री ट्रेड जोन जैसे विषयों से रूबरू होते हैं। इस क्षेत्र में भी प्रवेश के लिए आपको न्यूनतम 10+2 की शैक्षणिक योग्यता और 18 वर्ष से ऊपर की आयु चाहिए।
एयर टिकटिंग : इसमें प्रवेश के लिए न्यूनतम 10+2 की शैक्षणिक योग्यता और 18 वर्ष से ऊपर की आयु होनी चाहिए। न्यूनतम 6 माह से 9 माह तक की अवधि वाले कोर्स डिप्लोमा इन एयर टिकटिंग एंड ट्रैवल मैनेजमेंट में ट्रैवल एजेंसी बिजेनस, वर्ल्ड टाइम जोन, एयरपोर्ट व एयरलाइन कोड्स, पेमेंट मोड्स,फॉरेन करेंसी, पासपोर्ट व वीजा, आदि की ट्रेनिंग दी जाती है।
ट्रैवल एंड टूरिज्म : इस क्षेत्र में प्रवेश करने पर भी आपको एविएशन में बहुत काम मिलेगा। 6 माह का सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर तीन वर्षीय बैचलर इन ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट और उसमे बाद पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स भी उपलब्ध हैं, जिनको आप अपनी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर चुन सकते हैं।