नई दिल्ली। दिल्ली सरकार कोरोना वायरस महामारी के कारण लगी रोकों के इस समय में अपने छात्रों के लिए हैप्पीनेस क्लास शुरू करने जा रही है। दिल्ली सरकार की यह हैप्पीनेस क्लास स्कूलों में लगने वाली हैप्पीनेस क्लास से कुछ अलग होगी। इस बार छात्रों तक पहुंचने के लिए दिल्ली सरकार सोशल मीडिया का सहारा लेगी। सोशल मीडिया के जरिए न केवल छात्रों बल्कि उनके अभिभावकों को भी इस कक्षा में शामिल किया जा सकता है।
दिल्ली सरकार ने 'प्रत्येक घर एक स्कूल, प्रत्येक अभिभावक एक अध्यापक' नाम से एक पहल की है। दिल्ली सरकार की इसी पहल के तहत छात्रों के लिए घर पर 'हैप्पीनेस क्लास' आयोजित करने की योजना है।दिल्ली के शिक्षा मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, छात्रों के लिए आयोजित की जाने वाली यह हैप्पीनेस क्लास ऑनलाइन माध्यमों से आयोजित की जाएगी। सिसोदिया ने कहा, कोरोना वायरस के दौरान बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, ऐसे में समय आ गया है कि हर घर स्कूल और हर अभिभावक शिक्षक की भूमिका निभाएं।
दिल्ली सरकार के मुताबिक रविवार से आठ लाख छात्र घरों में ही विशेष कक्षाओं 'हैप्पीनेस करिकुलम और मिशन बुनियाद' में शामिल होंगे। दिल्ली सरकार के शिक्षाविदों का मानना है कि लॉकडाउन जैसे समय में छात्रों को एक्टिविटीज पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। एक्टिविटीज और हैप्पीनेस क्लास में व्यस्त रहने से बच्चे अच्छा महसूस करेंगे।
दिल्ली सरकार के विशेष ऑनलाइन कार्यक्रमों में शिक्षकों की मदद से लाखों छात्रों और उनके परिवारों को घरों में माहौल को सकारात्मक बनाए जाने और परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने का मार्गदर्शन भी किया जाएगा।