अहमदाबाद। कोरोना जैसी त्रासदी के दौर में राज्य में विद्यार्थियों की शिक्षा पर विपरीत प्रभाव न पड़े इसके लिए राज्य शिक्षा विभाग ने तमाम इंतजाम कर लिए हैं। इन इंतजामों को अमल में भी ले आया गया है। धीरे-धीरे राज्य शिक्षा-विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक और विद्यार्थी सभी इस नई व्यवस्था से खुद को परिचित कराने के लिए दिन रात जुटे हुए हैं। राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडासमा ने कहा, "राज्य सरकार ने सूबे के सभी शिक्षण संस्थान 26 मार्च 2020 से पूर्ण रूप से निलंबित कर दिये हैं। यह कदम एहतियातन सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है ताकि कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग पूर्ण रूप से अमल में लायी जा सके।"
जब राज्य में सभी शिक्षण संस्थाएं और उनमें कामकाज बंद हो गया है तो ऐसे में, विद्यार्थियों की शिक्षा सुचारु रखने के लिए क्या कारगर कदम उठाये गये हैं? पूछे जाने पर गुजरात के शिक्षा मंत्री ने कहा, "प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। जबकि कक्षा 1 से लेकर कक्षा 9वीं तक और 11वीं के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा लिये ही अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया गया है। लिहाजा इसके चलते अब सभी स्कूल खोलने की भी जल्दी नहीं होगी।"
गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडासमा आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा, "विश्व विद्यालयों और डिग्री कॉलेज में 210 दिन का शैक्षणिक कार्य पूरा हो चुका है। फिर भी यहां ई-लनिर्ंग माध्यमों से पढ़ाई कराई जा रही है। इसके लिए एक वर्चुअल लनिर्ंग प्लेटफार्म तैयार किया गया है। तमाम कोर्सेज का पाठ्यक्रम भी उलपब्ध करा दिया गया है। साथ ही ई-बुक और ई-जनरल का भी सहारा लिया जा रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और स्वयं मैंने अभिभावकों और विद्यार्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात की। उनकी सलाह लेना भी जरूरी था। और सरकार इस परेशानी के दौर में राज्य शिक्षा में क्या कुछ उपाय कर रही है यह भी अभिभावकों, विद्यार्थियों और शिक्षकों को बताना जरूरी था। हमारी हर कोशिश है कि कोरोना के चलते विद्यार्थियों की शिक्षा कतई प्रभावित न हो।"
शिक्षा मंत्री ने कहा कि गुजरात राज्य में निर्बाध शिक्षा जारी रखने के इन सभी प्रयासों के बारे में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल को भी अवगत कराया जा चुका है। भूपेंद्र सिंह चूडासमा ने बातचीत के दौरान आगे कहा, "शैक्षिण सत्र निर्बाध रुप से चलाने के लिए गुजरात शिक्षा बोर्ड(जीसीईआरटी) भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस एप्लिकेशन और जियो इंफॉर्मेटिक्स (बीआईएसएजी) से जुड़कर 4 शैक्षिक चैनलों का भी प्रसारण कर रहा है। इससे स्व-शिक्षा में मदद मिल रही है। हमारी कोशिश है कि लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थियों पर होमवर्क का बोझ न बढ़े।"
चूडासमा ने कहा, "बीएड ट्रेनीज के लिए ऑनलाइन कोर्सेस शुरू हो चुके हैं। आईआईटीई, 19 डाइट, और जीसीईआरटी के प्रिंसिपल और प्रोफेसर विद्यार्थियों को सब कुछ ऑनलाइन ही पढ़ा रहे हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग की मदद से।"