नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के कुछ शिक्षकों के लिए इस बार नया साल असल में इतना खास भी नहीं रहा। दिल्ली सरकार द्वारा दिए गए फंड से चलने वाले लगभग 12 कालेजों के पास अपने स्टाफ को देने तक के लिए वेतन नहीं हैं। बता दें कि जुलाई 2017 सरकार ने विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ गवर्निंग बॉडी के नाम पर विवाद के चलते इन कालेजों की फंडिंग रोक दी थी। संकट की चेतावनी देते हुए इन कालेजों के प्रिंसिपल बताते हैं कि अब ऐसी नौबत आ गई है कि उन्हें अपने खजाने खाली करने पड़ रहे हैं।
पिछले फंड का उपयोग कर लेने के बाद इन कालेजों के पास अब कोई फंड नहीं बचे हैं। नवंवर के महीने में सरकार ने दिसंबर का वेतन देने के लिए इंटेरिम रिलीफ फंड भेजा था, लेकिन वह जरूरत से बहुत कम था।इसकी वजह से कालेजों को दूसरे फंड के पैसे शिक्षकों को वेतन के रूप में देने पड़ते हैं। कालेज चलाने के लिए पावर तथा अन्य जरूरतों के लिए भी दूसरे फंड टटोलने पड रहे हैं।