कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर बंद की वजह से जर्मनी में फंसे भारतीय छात्रों के अभिभावकों को आश्वस्त करते हुए फ्रैंकफर्ट इंडियन स्कॉलर्स एसोसिएशन (एफआईएसए) ने कहा है कि ये छात्र सुरक्षित हैं, इसलिए उनके माता-पिता को घबराने की जरूरत नहीं है। एफआईएसए के कार्यकारी सदस्य अभिषेक आचार्य ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि जर्मनी में सभी भारतीय सुरक्षित हैं और वह वेबिनार (आभासी संवाद सत्र) का आयोजन करके छात्रों के सवालों के जवाब दे रहा है और उन्हें प्रामाणिक सूचना प्रदान कर रहा है।
बयान में कहा गया है कि बर्लिन में भारतीय दूतावास ने जर्मनी में पढ़ने वाले भारतीय लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। जर्मनी की सरकार ने महामारी की वजह से जिन छात्रों की नौकरियां गई हैं उनके लिए राहत पैकेज की घोषणा की है। आचार्य ने कहा कि जर्मनी ने बंद में ढील दी है और किराने की दुकानें खुली हैं।
वहीं, ऑनलाइन सामान पहुंचाने की सेवा भी सामान्य रूप से चल रही है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से ताल्लुक रखनेवाली और फ्रैंकफर्ट में फाइनेंस की पढ़ाई करने वाली नुपुर कुलकर्णी ने एक संदेश में कहा कि वह पिछले दो महीने से घर पर हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ही परीक्षाएं और व्याख्यान हो रहे हैं। हैम्बर्ग यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में पढ़ाई कर रहे औरंगाबाद के रहनेवाले वैभव राजकर्ने ने बताया कि वहां स्थिति नियंत्रण में है।