नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने शनिवार को नई दिल्ली के कॉन्सिटिट्यूशन क्लब में अपार इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन्स और टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के सालाना दीक्षांत समारोह में संस्थान के छात्रों को डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किए। अपार इंडिया के स्टूडेंट्स के प्रीमियम पोस्ट ग्रेजुएशन बैच के सालाना दीक्षांत समारोह में स्कूल ऑफ वोकेशनल एजुकेशन के डीन, टीआईएसएस, अपार इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के संस्थापक और चेयरमैन डॉ.आर. के. जैन, अपार इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के निदेशक अपार जयनंद के साथ कई सम्मानित और विशिष्ट अतिथिगण मौजूद थे। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि छात्र इंडस्ट्री की डिमांड के अनुसार कौशल विकसित करे, नौकरी अपने आप उनके पीछे दौड़गी। संस्थान को भी विभिन्न इंडस्ट्रीज की जरूरतों को ध्यान में रखकर रोजगारपरक शिक्षा देनी चाहिए।
प्रणव ने अपने संबोधन में सबसे पहले उन छात्रों को अपनी शुभकामना दी, जो अपनी पढ़ाई खत्म कर प्रोफेशनल दुनिया में अपना करियर शुरू करने जा रहे हैं। इन सभी छात्रों को एचआर और एडमिनिस्ट्रेशन, बैंकिंग और फाइनेंस, सेल्स ऑफ मार्केटिंग में डिप्लोमा मिलने से पहले ही प्रतिष्ठित कंपनियों में प्लेसमेंट मिल चुका है। प्रणव ने कहा,‘मैं इन सभी छात्रों का भविष्य की पीढ़ी के मैनेजरों और नेताओं के रूप में स्वागत करता हूं। मैं कामना करता हूं कि आप इस देश को इस सदी में प्रभावी नेतृत्व प्रदान करें।’ उन्होंने खुशी जताई कि टीआईएसएस और अपार इंडिया जैसे प्रमुख संस्थान भविष्य की समाज की जरूरतों और इंडस्ट्री की डिमांड को पहचानकर उसके मुताबिक ही शिक्षा ही छात्रों को मुहैया करा रहे हैं। ये प्रतिष्ठित संस्थान समानता, सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों की सुरक्षा को बढ़ावा देने वाली शिक्षा अपने छात्रों को प्रदान कर रहे हैं।
डॉ. मुखर्जी, जो राजनीति में कदम रखने से पहले एक टीचर रह चुके हैं, ने कहा कि देश के नीति निर्माताओं को यह समझना चाहिए कि उच्च और मध्यम अवधि का विकास और भारत से गरीबी मिटाने का काम तभी संभव हो सकता है, जब देश की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक बदलाव लाया जाए और हर व्यक्ति को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार मिले। प्रणव ने कहा कि शिक्षा को ऐसा शक्तिशाली माध्यम बनना चाहिए जो व्यक्ति को रोजगार सृजन के काबिल बनाए। नए-नए क्षेत्रों में विकास के अवसर मुहैया कराएष समस्याएं सुलझाने के काबिल हो और व्यक्ति की एक पुख्ता पहचान बनाएं। इस अवसर पर अपार इंडिया ने घोषणा कि संस्थान से पासआउट होने वाले सभी स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट मिल चुका है। इन सभी छात्रों को वर्क इंटिग्रेटेड ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षित किया गया है। इन छात्रों के एक साल के डिप्लोमा प्रोग्राम के तहत 300 घंटे क्लासरूम में और 600 घंटे विभिन्न इंडस्ट्रीज में प्रशिक्षण दिया जा चुका है।