कोलकाता। यादवपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (जूटा) ने सोमवार को मांग की कि कला और विज्ञान विभाग संकायों को स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों के प्रवेश के लिए स्वयं के मानदंड बनाने की अनुमति मिलनी चाहिए। जूटा के महासचिव पार्थप्रतिम रॉय ने एक बयान में कहा कि 12वीं कक्षा के परिणामों की घोषणा हो चुकी है, संस्थानों को कला और विज्ञान पाठ्यक्रमों में छात्रों के प्रवेश के लिए नीतियों, सिद्धांतों और तौर-तरीकों पर निर्णय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को मेरिट सूची तैयार करने के लिए फॉर्मूले पर निर्णय करना चाहिए।
बयान में कहा गया, ‘‘यह फॉर्मूला सभी विभागों के लिए समान नहीं होना चाहिए, बल्कि विभागवार अलग-अलग होना चाहिए।’’ जूटा ने कहा कि कला और विज्ञान विभाग संकायों को स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों के प्रवेश के लिए स्वयं के मानदंड बनाने की अनुमति मिलनी चाहिए।