नयी दिल्ली, दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित स्कूलों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि बच्चों के स्कूल बैग का वजन कम करने संबंधी दिशानिर्देशों का क्रियान्वयन किया जाए। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) ने बच्चों को भारी बैग के बोझ से बचाने के लिए 2016 में दिशानिर्देश जारी किए थे। शिक्षा निदेशालय (डीओई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ दिशानिर्देशों के क्रियान्वयन के लिए हमने स्कूलों को नए निर्देश जारी किए हैं। भारी बैग स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है।
’ अधिकारी ने कहा, ‘‘ भारी स्कूल बैग का बढ़ते बच्चों पर एक गंभीर, प्रतिकूल शारीरिक प्रभाव होता है जो उनके ‘वर्टिब्रल कॉलम’ और घुटनों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा दो या बहुमंजिला इमारतों वाले स्कूलों, जहां बच्चों को सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, ऐसे में भारी बैग समस्या और बढ़ा सकते हैं। यह घबराहट का भी एक कारण हैं।’’ दिशा-निर्देशों को इस बात पर गौर कर तैयार किया गया था कि पाठ्यपुस्तक, गाइड, होमवर्क और क्लासवर्क नोटबुक, किसी न किसी काम की नोटबुक, पानी की बोतलें, लंच बॉक्स स्कूल बैग का भार बढ़ा देते हैं । कभी कभी स्कूल बैग भी भारी होते हैं।(यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड हुआ है।