नई दिल्ली। इस मुश्किल समय में पांच से नौ साल के बच्चों के मन में उठ रहे सभी सवालों का जवाब देने के लिए तस्वीरों से भरी एक किताब आयी है जिससे बच्चे यह समझ पाएंगे कि कैसे एक वायरस ने उन्हें उनके दोस्तों से, स्कूल और खेल के मैदानों से दूर कर घरों में बंद कर दिया है। ‘कोरोनावायरस: ए बुक फॉर चिल्ड्रन’ नाम की यह किताब एलिजाबेथ जेनर, केट विल्सन और निया रॉबर्ट्स द्वारा लिखी गई है और एक्सल शेफलर के चित्रों से यह किताब सजी हुई है। यह पुस्तक हार्पर कॉलिन्स इंडिया द्वारा नोसी क्रो के साथ साझेदारी में प्रकाशित की गई है और अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, तमिल, मलयालम, गुजराती, असमिया और नेपाली भाषा में उपलब्ध है।
पुस्तक कुछ इस तरह शुरु होती है, ‘‘आपने आजकल एक नया शब्द सुना होगा। आप लोगों को इसके बारे में बात करते हुए सुन सकते हैं या आप इसे समाचार पर भी सुन सकते हैं। यह शब्द ही वह कारण है कि आप स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। यही कारण है कि आप बाहर अपने दोस्तों से मिलने नहीं जा सकते हैं। यही कारण है कि आपके बड़े घर पर आपका खास ख्याल रख रहे हैं। यह शब्द है कोरोनावायरस।’’ हार्पर कॉलिंस इंडिया की प्रकाशक (बाल) टीना नारंग के अनुसार, यह एक बेहद प्रासंगिक चित्रात्मक पुस्तक है जो बच्चों को सही मायने में इस अजीब से समय को समझने में मदद करेगी। इससे बच्चे यह समझ पाएंगे कि कैसे एक वायरस ने उन्हें उनके दोस्तों से, स्कूल और खेल के मैदानों से दूर कर घरों में बंद रहने के मजबूर कर दिया है।