नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की बोर्ड परीक्षाओं में अगले साल शामिल होने वाले विद्यार्थियों को धर्मनिरपेक्षता, राष्ट्रवाद, नागरिकता, नोटबंदी और लोकतांत्रिक अधिकारों के विषयों को पाठयक्रम से हटाने से हुए विवाद पर कहा कि
सीबीएसई सिलेबस से कुछ टॉपिक की कटौती पर अधूरी जानकारी के आधार पर कई टिप्पणियां की गई हैं। इन टिप्पणियों के माध्यम से झूठ और सनसनी फ़ैलाई जा रही है। उन्होनें कहा कि उदाहरण के तौर पर अर्थशास्त्र में परिक्षेपण के माप (Measures of Dispersion), भुगतान संतुलन में घाटा (Balance of Payments Deficit) आदि टॉपिक हटाए गए हैं। वहीं भौतिक विज्ञान में हीट इंजन और रेफ्रिजरेटर, हीट ट्रांसफर, कन्वेक्शन और रेडिएशन आदि टॉपिक हटाए गए हैं।
पोखरियाल ने कहा कि इसी प्रकार, गणित में हटाए गए कुछ टॉपिक जैसे प्रॉपर्टीस ऑफ डिटरमिनेंट्स कंसिसटेंसी, इनकंसिसटेंसी, नंबर ऑफ सॉल्युशन ऑफ सिस्टम ऑफ लीनियर इकुएशन बाय एक्जाम्पल एंड बायनॉमियल प्रोबैब्लिटी डिस्ट्रीब्यूशन। उन्होनें कहा कि जीव विज्ञान में खनिज पोषण के कुछ अंश (portions of mineral nutrition), पाचन (digestion) और अवशोषण(absorbtion) को हटाया गया है। यह कोई तर्क नहीं हो सकता है कि इन टॉपिक्स को योजना या द्वेष के तहत हटाया गया है। ऐसी सोच केवल पक्षपातपूर्ण दिमाग ही रख सकता है।