नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने दुनिया में काम करने के तरीकों को कई हद तक बदल दिया है। शिक्षा प्रणाली पर भी इसका असर है। भारत में कई महीनों से स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और प्रशिक्षण संस्थान बंद हैं। लेकिन, छात्रों का कोई नुकसान न हो या फिर अगर हो भी, तो कम से कम नुकसान हो, इसके लिए शिक्षा प्रणाली में थोड़ा बदलाव करते हुए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था को अपनाया जा रहा है।
स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और प्रशिक्षण संस्थान छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं। ऐसे में छात्रों को और अच्छे से ऑनलाइन शिक्षा मुहैया कराने के लिए CBSE बोर्ड ने टाटा ट्रस्ट से हाथ मिलाया है। टाटा ट्रस्ट के साथ मिलकर CBSE अब स्कूलों में अनुभवात्मक अधिगम शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से काम कर रहा है। इसमें वह टीचर्स को प्रशिक्षित करेंगे।
CBSE और टाटा ट्रस्ट अपने टीचर्स के लिए ‘Experiential Learning’ पर ऑनलाइन कोर्स लेकर आए हैं। इससे स्कूलों में अनुभवात्मक अधिगम शिक्षा को बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह कोर्स DIKSHA के जरिए कराया जाएगा। इसमें स्कूल के टीचर्स और स्कूल लीडर्स जुड़ेंगे। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने ट्वीट कर कर कहा, "स्कूलों में अनुभवात्मक अधिगम शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ, TATA ट्रस्ट के सहयोग से CBSE टीचर्स और स्कूल लीडर्स के लिए DIKSHA के माध्यम से 'Experiential Learning' पर एक नवीन और इंटरैक्टिव ऑनलाइन पाठ्यक्रम लाया है।"
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, "जब हमारे टीचर्स 21वीं की शताब्दी के कौशल से सुसज्जित होंगे तो हमारे बच्चों के लिए पढ़ाई करना और सीखना और आसान हो जाएगा।"