नई दिल्ली: एपीजे स्कूल के लगभग 2000 बच्चों को उनके अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन द्वारा इस 2018-19 के इस सत्र में स्कूल फीस बढ़ाने के विरोध में स्कूल नही भेजा। यह मामला नोएडा के सेक्टर-16 ए स्थित एपीजे स्कूल का है। जहां फीस वृद्धि के विरोध में 80 फीसदी अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा है।
फीस वृद्धि के विरोध में अभिवावकों ने इकठ्ठे होकर प्रदर्शन किया और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रोटेस्ट मार्च निकालते हुए स्कूल प्रबंधन से मिलने की कोशिश मागं की। स्कूल प्रबंधन अपनी जिद्द पर अड़ा रहा और बात करना तो दूर मिलने की भी कोशिश नहीं की। इसके चलते बच्चों के अभिवावक स्कूल प्रबंधन से नाराज हो कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्कूल प्रशासन ने नए सत्र के लिए स्कूल के बच्चों की फीस एकदम बढ़ा दी है। ये फीस एपीजे नोएडा ब्रांच की बढ़ाई गई है। स्कूल की मनमानी से परेशान होकर अभिभावक बुधवार को सभी अभिभावक इकठ्ठा होकर स्कूल प्रशासन से मिलने पहुंचे परन्तु उन्हे किसी से नही मिलने दिया।
अभिवावकों का कहना है कि स्कूल ने 20 फीसदी फीस बढ़ोतरी के साथ-साथ कई अन्य चार्ज लगा दिए गए हैं, जो पहले नहीं लिए जाते थे। जहां एक तरफ सरकार द्वारा निजी स्कूलों पर लगाम लगाने के लिए कमेठी गठित कर दिशा-निर्देश तो तय किए गए हैं, लेकिन उन निर्देशों का पालन स्कूल करते नहीं दिख रहे हैं।