हैदराबाद: कोरोना वायरस की वजह से 4 महीने से बंद पड़े स्कूलों को खुलने को लेकर अब राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर फैसला लेने लगी हैं। आंध्र प्रदेश सरकार ने कहा है कि वह 5 सितंबर से अपने यहां स्कूल खोल सकते हैं। हालांकि, यह भी कहा गया है कि इसपर अंतिम फैसला उस समय की स्थिति को देखते हुए लिया जाएगा। यानि कोरोना के मामलों में सुधार नहीं हुआ तो 5 सितंबर को स्कूल खोलने का फैसला टल भी सकता है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के साथ मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए आंध्र प्रदेश के शिक्षा मंत्री ए सुरेश ने स्कूलों को खोलने के बारे में राज्य सरकार के इस फैसले की जानकारी दी है। शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा है कि जब तक स्कूल नहीं खुलते तब तक मिड डे मील का राशन बच्चों के घरों तक पहुंचता रहेगा।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में पहला लॉकडाउन 24 मार्च से लागू हुआ था और तभी से पूरे देश में स्कूल बंद हैं। कुछ राज्यों ने अपने स्तर पर पहले ही स्कूल बंद कर दिए थे। हालांकि, देश में कोरोना का संक्रमण अभी भी कम नहीं हुआ है और फैलता ही जा रही है। यही वजह है कि लॉकडाउन में ढील के बावजूद स्कूल नहीं खोले गए हैं।
आंध्र प्रदेश की बात करें वहां पर भी कोरोना वायरस का संक्रमण विकराल रूप ले चुका है। मंगलवार को ही आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस के 4944 नए मामले सामने आए हैं और राज्य में कुल कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा अब बढ़कर 58668 तक पहुंच गया है। कोरोना वायरस की वजह से राज्य में 758 लोगों की जान जा चुकी है लेकिन 25274 लोग ठीक भी हुए हैं। इन आंकड़ों को देखते हुए लग नहीं रहा है कि आंध्र प्रदेश में कोरोना के हालात जल्द ठीक होंगे और 5 सितंबर तक स्कूल खुलेंगे।