नई दिल्ली। सीबीएसई ने अध्यापकों के प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है। ऑनलाइन ट्रेनिंग सत्र 1 घंटे के का होगा। इस कोर्स को पूरा करने वाले सभी अध्यापकों को ऑनलाइन ही ई सर्टिफिकेट दिया जाएगा। पांच सत्रों में शामिल होने के उपरांत इसे 1 दिन की ट्रेनिंग के बराबर माना जाएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शिक्षकों की ट्रेनिंग के विषय पर कहा, "मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि 102 विभिन्न डिजिटल बोर्ड से संबंधित 4158 शिक्षकों ने टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी से संबंधित अपनी ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। शिक्षकों को यह विशेष ट्रेनिंग मानव संसाधन विकास मंत्रालय की नई पहल स्वयं के जरिए दी गई है।"
इस ट्रेनिंग सत्र के जरिए टीचर्स ऑनलाइन पढ़ने-पढ़ाने के अलावा छात्रों की उपस्थिति, सिलेबस, ऑनलाइन टेस्ट एवं छात्रों से संपर्क रखने के तौर तरीके सीखेंगे। इसके अलावा अध्यापकों के कौशल का विकास भी किया जा रहा है।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने वेबिनार के जरिए कहा, "सीबीएसई नए शैक्षणिक सत्र के लिए समय के नुकसान का आकलन करेगा और परीक्षा के प्रेशर को कम करने के लिए सिलेबस को कम करने के सुझाव देगा। बोर्ड की पाठ्यक्रम समिति ने पहले ही सिलेबस कम करने का काम शुरू कर दिया है।"
इससे पहले सीबीएसई ने अध्यापकों के लिए पायलट टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की थी। पायलट प्रोग्राम में सीबीएसई ने 500 से अधिक मुफ्त ऑनलाइन ट्रेनिंग सत्र आयोजित किए थे। इन सभी सत्र में 35 हजार से ज्यादा टीचर्स और प्रधानाचार्यो ने हिस्सा लिया था। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिये सीबीएसई बोर्ड ऑनलाइन माध्यमों से पढ़ाने और ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए अच्छे नतीजे हासिल करने के तरीके बताएगा।
इस ऑनलाइन टीचिंग प्रोग्राम को पूरी तरह फ्री रखा गया है, जिसे सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों के टीचर आसानी से कर सकेंगे। ये ट्रेनिंग पूरी तरह ऑनलाइन होगी। सीबीएसई ने अपनी वेबसाइट पर मई महीने का शेड्यूल जारी कर दिया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, "लॉक डाउन के इस दौर में छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाने के लिए शिक्षकों को पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन ऑन टीचर्स एंड टीचिंग के तहत भी ई लर्निग संसाधन के उपयोग के लिए प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है।"