बेंगलुरु: कर्नाटक के शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार ने शनिवार को बताया कि एसएसएलसी परीक्षा देने वाले 32 छात्र ने कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए है यह खबर सच नहीं है। वे सभी छात्र जो पॉजिटिव पाए गए उन्हें परीक्षा लिखने से वंचित कर दिया गया है और उन्हें आश्वासन दिया गया है कि उन्हें फिर परीक्षा लिखने की अनुमति दी जाएगी और उन्हें फ्रेशर्स के रूप में माना जाएगा।
कर्नाटक में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने शनिवार को राज्य सरकार से यह पता लगाने को कहा कि हाल ही में संपन्न हुई 10वीं कक्षा की परीक्षा क्या सुरक्षित रूप से संपन्न हुई। उन्होंने सरकार से इस सिलसिले में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के प्राथमिक संपर्क में आये लोगों की जांच करने का सुझाव दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने हर किसी के सुरक्षित होने की उम्मीद जताते हुए कहा, ‘‘हमें सही परिणाम को जानने के लिये 15 दिन इंतजार करना पड़ेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक मुख्यमंत्री कार्यालय एसएसएलसी परीक्षाएं सुरक्षित रूप से संचालित हो गई मानने के बाद और अधिक परीक्षाएं आयोजित कराने के लिये प्रेरित एवं अति आत्मविश्वास में दिख रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को मेरा यह कड़ा सुझाव है कि वह 15 जून से 20 जुलाई के बीच कोविड-19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने वाले लोगों से इस बारे में जानकारी एकत्र करें कि क्या उनके प्राथमिक संपर्क में आया कोई विद्यार्थी एसएसएलसी की परीक्षा में बैठा है।’’
उन्होंने कहा कि यह इस बात का आकलन करने में मदद करेगा कि सभी परीक्षाएं सुरक्षित रूप से संपन्न हुई हैं। कोविड-19 मामलों में तीव्र वृद्धि के बीच परीक्षा 25 जून से शुरू हुई थी और यह शुक्रवार को संपन्न हुई। महामारी से जुड़े कारणों को लेकर इसमें करीब 102 विद्यार्थी शामिल नहीं हो सके।