नई दिल्ली। जेईई मेन परीक्षा की तारीख एक बार फिर विवादों में आ गई है। देशभर के छात्र लगातार इस विषय पर अपनी आपत्ति दर्ज करा रहे हैं। छात्रों की मांग है कि जेईई मेन परीक्षा की तारीखों में बदलाव किया जाए। छात्रों ने अपनी इस मांग से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भी अवगत कराया है। मंत्रालय ने छात्रों को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
फिलहाल परीक्षा की तिथि में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि छात्रों के अनुरोध पर जेईई परीक्षा की यह तारीख आगे बढ़ाई जा सकती है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इन परीक्षाओं को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से हस्तक्षेप करने को कहा है। जेईई मेन की परीक्षा के लिए 6 सितंबर की तारीख तय की गई है, लेकिन अब जल्द ही इसमें बदलाव कर परीक्षा की नई तिथि घोषित की जा सकती है।
दरअसल जेईई मेन की परीक्षाएं 1 से 6 सितंबर के बीच होनी हैं। 6 सितंबर को ही एनडीए की भी राष्ट्रव्यापी परीक्षाएं हैं। हजारों छात्र ऐसे हैं जिन्होंने दोनों ही परीक्षाओं का फॉर्म भरा है। अब दोनों ही परीक्षाएं एक ही दिन होने से छात्रों के लिए नई परेशानी खड़ी हो गई है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, "नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के महानिदेशक से कहा गया है कि दोनों परीक्षाओं में शामिल हो रहे छात्रों के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि इन परीक्षाओं की तारीखों का आपस में टकराव न हो।"
जेईई मेन और एनडीए की परीक्षाएं एक ही दिन न करवाने के विषय पर छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री के समक्ष अपील भी की है। निशंक ने कहा, "छात्रों की ओर से की गई अपील मुझे प्राप्त हुई है जिसमें जेईई मेन मेन और एनडीए की परीक्षाओं का विषय उठाया गया है। इस विषय की जांच की गई है। छात्रों को इस विषय में चिंता करने की आवश्यकता नहीं।"
इससे पहले जेईई मेन 18 से 23 जुलाई को होने वाली थी, लेकिन जुलाई माह में यह परीक्षाएं रद्द कर दी गई। छात्रों एवं अभिभावकों की अपील और परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर जेईई की परीक्षा 1 से 6 सितंबर के बीच तय की गई थी। अब नया विवाद उत्पन्न होने के उपरांत एक बार फिर जल्द ही परीक्षा की इन तिथियों में बदलाव किया जा सकता है।