JEE Main, NEET 2020: भारत में कई राज्यों में लॉकडाउन बढ़ने से जेईई मेन और नीट की परीक्षा तारीख तो लेकर अनिश्चितता और बढ़ गई है। महाराष्ट्र, नागालैंड, झारखंड, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु सहित कई राज्यों ने पहले ही 31 जुलाई तक लॉकडाउन के बढ़ाने की घोषणा की है, जिसके साथ, जेईई मेन और नीट 2020 को स्थगित करने की मांग गहरा गई है। जेईई मेन और नीट 2020 के उम्मीदवारों ने पहले ही सोशल मीडिया यानि ट्विटर पर हैश टैग #PostponeNEETandJEE से ट्वीट और बढ़ गए हैं।
सबकी निगाहें सीबीएसई, NTA और HRD मंत्रालय की ओर लगी हैं। छात्रों ने कोरोनोवायरस महामारी के बीच जेईई मेन और नीट परीक्षा पर चिंता जताई थी। हालांकि, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल के तरफ से परीक्षा को स्थगित करने को लेकर कोई घोषणा नही की गई है। केंद्र सरकार ने भी 1 जुलाई, 2020 से शुरू होने वाले अनलॉक 2 के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मेट्रो सेवाओं में ठहराव के साथ, छात्रों के लिए अपने परीक्षा केंद्रों तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण होगा, अगर जेईई मेन और नीट 2020 परीक्षा आयोजित की जाती है।
JEE Main Admit Card 2020, NEET एडमिट कार्ड 2020
यदि स्थगित नहीं किया जाता है, तो जेईई मेन 18 से 23 जुलाई व नीट 26 जुलाई को होनी है। बहुत से छात्र फॉर्म में चुने गए परीक्षा केंद्र शहर से दूर बैठे हैं। छात्र बेसब्री से एडमिट कार्ड का इंतजार कर रहे हैं ताकि उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचने का इंतजाम करने का समय मिल सके। लेकिन अभी तक एडमिट कार्ड भी जारी नहीं हुआ है और कोई आधिकारिक नोटिस भी नही जारी की गई है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि परीक्षा स्थगित होने के आसार ज्यादा हैं।
वहीं CBSE बोर्ड और ICSE बोर्ड ने कोरोनावायरस महामारी के कारण कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा को रद्द करने की घोषणा पहले ही कर दी थी।सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के अनुसार, अब सभी छात्रों का मूल्यांकन उन परीक्षाओं के अनुसार किया जाएगा जो पहले फरवरी और मार्च में आयोजित की गई थीं, और आंतरिक मूल्यांकन के अनुसार।
JEE Main, NEET 2020: पैरंट असोसिएशन ऑफ इंडिया ने स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखा पत्र:
पैरंट असोसिएशन ऑफ इंडिया ने स्वास्थ्य मंत्रालय को इस संबंध में एक पत्र लिखा है। असोसिएशन ने नीट 2020 को स्थगित करने के लिए 16 पॉइंट्स सूचीबद्ध किया है। परीक्षा 26 जुलाई को होगी जिसमें करीब 16 लाख छात्र बैठेंगे। पैरंट्स असोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि इससे न सिर्फ छात्रों की जिंदगी प्रभावित होगी बल्कि कोरोनावायरस की प्रकृति को देखते हुए पूरे राष्ट्र के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा पर इसका असर पड़ेगा। देश भर के अन्य पैरंट्स असोसिएशन ने भी परीक्षा का विरोध किया है।