नई दिल्ली। परीक्षाओं को लेकर 755 विश्वविद्यालयों ने यूजीसी के दिशा निर्देशों पर अमल करते हुए यूजीसी को अपना जवाब भेजा है। अपने जवाब में 194 विश्वविद्यालयों ने बताया कि वे अपने संस्थानों में परीक्षाएं सफलतापूर्वकपूरी करवा चुके हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए यूजीसी द्वारा 30 सितंबर तक का समय दिया गया है।
यूजीसी ने शनिवार को जानकारी देते हुए कहा, "वश्वविद्यालयों की परीक्षा के लिए 6 जुलाई को पुन: निर्धारित किए गए दिशा-निर्देशों पर 755 विश्वविद्यालयों ने अपना जवाब दिया है। इनमें 120 डीम्ड यूनिवर्सिटी, 274 प्राइवेट यूनिवर्सिटी, 40 केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं 321 राज्य विश्वविद्यालय शामिल हैं।"
यूजीसी के मुताबिक अपने जवाब में 194 विश्वविद्यालयों ने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन माध्यमों से कॉलेजों की परीक्षाएं करवा ली हैं। वहीं 366 विभिन्न विश्वविद्यालय अगस्त और सितंबर में ऑनलाइन, ऑफलाइन एवं मिश्रित संसाधनों से परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
कई विश्वविद्यालय ऐसे भी हैं जो अभी तक यह तय नहीं कर सके हैं कि वे परीक्षाएं कब और कैसे आयोजित करेंगे।27 ऐसे नए विश्वविद्यालय हैं जिनकी स्थापना इसी वर्ष हुई है और वहां अभी परीक्षाओं के लिए पहला बैच तैयार नहीं हो सका है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं यूजीसी का मानना है कि प्रत्येक क्षेत्र एवं राज्य की परिस्थितियों के अनुसार यह परीक्षाएं ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन करवाई जा सकती हैं। यूजीसी ने इस बारे में सभी विश्वविद्यालयों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।
यदि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा में टर्मिनल सेमेस्टर अंतिम वर्ष का कोई भी विद्यार्थी उपस्थित होने में असमर्थ रहता है, चाहे जो भी कारण रहा हो, तो उसे ऐसे पाठ्यक्रम और प्रश्नपत्रों के लिए विशेष परीक्षाओं में बैठने का अवसर दिया जा सकता है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कोविड-19 स्थिति के कारण किए जाने वाले पूवोर्पायों के साथ परीक्षाओं के आयोजन के लिए गृह मंत्रालय एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की है।