पुणे। महाराष्ट्र के मंत्री अमित देशमुख ने शुक्रवार को कहा कि एमयूएचएस की स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षाओं को आयोजित करने का निर्णय इस मुद्दे पर विस्तृत विचार-विमर्श के बाद ही लिया गया है। राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नासिक स्थित महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (एमयूएचएस) के राज्य में 15 जुलाई से परीक्षाएं आयोजित कराने के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के बाद उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी।
कोश्यारी ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित सभी स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षाओं को आयोजित करने की बृहस्पतिवार को अनुमति दी। देशमुख शहर में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करने आये हुए थे। जब उन्हें बताया गया कि राज्य के तकनीकी और उच्च शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा आयोजित नहीं करने का फैसला किया है, जबकि उनका मंत्रालय परीक्षा आयोजित करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार के कामकाज में कोई विसंगति नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘दोनों मंत्रालय- तकनीकी/उच्च शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा अलग-अलग हैं। उनके पाठ्यक्रम अलग है, उनकी केंद्रीय परिषद, विश्वविद्यालय अलग हैं। मुझे लगता है कि वे अपने स्वयं के दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं, जबकि हम अपने दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्रों को परीक्षा देने के लिए दूर-दराज के स्थानों की यात्रा नहीं करनी पड़े और उनके गृह जिलों में इसकी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘शीघ्र ही एक विस्तृत कार्यक्रम जारी किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि इन परीक्षाओं को कराने का निर्णय शीर्ष चिकित्सा संस्थानों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद लिया गया। राज्य में कोविड-19 की स्थिति के बारे में उन्होंने दावा किया कि मुंबई, पुणे और अन्य शहरों में कोविड-19 पॉजिटिव मामलों की संख्या में कमी आई है।