नई दिल्ली। बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सीबीएसई ने अपना रुख स्पष्ट किया है। सीबीएसई के मुताबिक, दसवीं और बारहवीं कक्षा के 29 विषयों की लॉकडाउन अवधि के बाद परीक्षाएं ली जाएंगी। हालांकि दसवीं के बोर्ड की यह परीक्षाएं केवल उत्तर-पूर्वी दिल्ली के छात्रों के लिए ली जाएंगी। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 24 फरवरी के बाद उपजी हिंसा के कारण यहां दसवीं कक्षा के छात्र अपने परीक्षा केंद्रों तक नहीं पहुंच सके थे। स्थिति को देखते हुए सीबीएसई ने इन छात्रों को शेष रह गई परीक्षाओं में दोबारा शामिल होने का अवसर दिया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, "देश के अन्य हिस्सों में दसवीं की बोर्ड परीक्षाएं नहीं कराई जाएंगी। ये परीक्षाएं केवल उत्तर-पूर्वी दिल्ली के उन छात्रों के लिए आयोजित की जा रही हैं जो इससे पहले परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे।"गौरतलब है कि देश के शेष हिस्सों में दसवीं के छात्र सभी मुख्य परीक्षाएं दे चुके हैं।
बोर्ड परीक्षाओं को लेकर केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा, "सीबीएसई के 10वीं व 12वीं बोर्ड के शेष बचे 83 पेपरों में से 29 विषयों की परीक्षा होगी। शेष वैकल्पिक विषयों के मार्क्स उनके इंटरनल असेसमेंट के आधार पर होगा। हालात सामान्य होती ही सीबीएसई के 29 विषयों की परीक्षाएं शुरू होंगी। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई जारी रखें।"
शेष बचे इन 29 विषयों में से दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं उत्तर-पूर्वी दिल्ली को छोड़ देश के सभी स्थानों पर ली जा चुकी हैं।मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बोर्ड परीक्षाएं न करवाए जाने की अटकलों को भी खारिज किया है। मंत्रालय का कहना है कि हालात सामान्य होते ही 10वीं व 12वीं कक्षा की बाकी रहीं बोर्ड परीक्षाएं करवा ली जाएंगी।निशंक ने कहा, "दसवीं और बारहवीं के छात्रों को बोर्ड परीक्षा के बाद ही प्रमोट किया जाएगा। उनको बिना परीक्षा के प्रमोट करने की कोई योजना नहीं है।"
केंद्रीय मंत्री निशंक ने देशभर के शिक्षा मंत्रियों एवं शिक्षा सचिवों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा के लिए एक अहम बैठक कर चुके हैं। इस बैठक में शामिल हुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने 10वीं और 12वीं की शेष रह गईं बोर्ड परीक्षाएं न करवाकर आंतरिक परीक्षाओं के आधार पर ही छात्रों का रिजल्ट जारी करने की बात कही थी।
हालांकि मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं सीबीएसई दोनों ही दिल्ली सरकार के इस फार्मूले से सहमत नहीं है। सीबीएसई उत्तर-पूर्वी दिल्ली के छात्रों के लिए 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं करवाएगी। इसके अलावा 12वीं की शेष रह गईं बोर्ड परीक्षाएं देश के सभी परीक्षा केंद्रों में आयोजित की जाएंगी।