इस साल बोर्ड परीक्षाएं देने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर है। CBSE और ICSE ने सुप्रीम कोर्ट में एफ़िडेविट फ़ाइल कर दिया है। इसमें दोनों बोर्ड ने कोर्ट को बताया कि कि 10वीं और 12वीं के नतीजे जुलाई मध्य तक घोषित हो सकते हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने CBSE को 12वीं के ऑप्शनल एग्ज़ाम करवाने को इजाज़त दी है। बता दें कि आज सुप्रीम कोर्ट ने COVID19 के कारण जुलाई में ICSE & CBSE कक्षा 10 और 12 परीक्षाओं के संबंध में याचिका पर सुनवाई शुरू की । सीबीएसई और आईसीएसई ने भी अदालत को आश्वासन दिया कि परीक्षा के परिणाम 15 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे। मार्किंग और बाद की परीक्षा को लेकर दोनों बोर्ड अपने-अपने नोटिफिकेशन जारी करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के अलावा किसी भी हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई नहीं होगी।
सीबीएसई ने कहा है कि 10वीं की बची हुई परीक्षा पूरी तरह से रद्द कर दी गई है जबकि 12वीं की परीक्षा भी रद्द है लेकिन जो बच्चे बची हुई परीक्षा देना चाहेंगे उन्हें हालात सामान्य होने पर मौका दिया जाएगा। इस बीच CBSE ने 10/12th की परीक्षा रद्द करने और वैकल्पिक अंक का फॉर्म्युला जारी किया। जिनके 3 से अधिक पेपर हो चुके हैं उन्हें बेस्ट 3 के औसत पर बाकी सब्जेक्ट में नम्बर मिलेंगे। जिनके 3 पेपर हुए हैं, वे बेस्ट 2 की औसत पर नम्बर पाएंगे। 12th के छात्रों को वैकल्पिक एक्जाम का मौका मिलेगा।
सुनवाई के दौरान आईसीएसई के वकील जयदीप गुप्ता ने कहा कि वे कक्षा 10 के छात्रों को बाद में परीक्षा लिखने का विकल्प दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं सीबीएसई का हलफनामा देख चुका हूं। हमारा हलफनामा कमोबेश ऐसा ही है।लेकिन "एवरेजिंग मार्क्स" का उसका फॉर्मूला सीबीएसई से अलग है।
ये है CBSE का फॉर्मूला
सीबीएसई द्वारा घोषित प्रक्रिया के अनुसार चाहे क्लास 10वीं हो या 12वीं, जिन बच्चों की सभी परीक्षाएं हो चुकी हैं उनका परिणाम उन्हीं परीक्षापत्रों की जांच के आधार पर घोषित होगा। जो बच्चे 3 से ज्यादा विषयों की परीक्षा दे चुके हैं, उनके जिन 3 विषयों में सबसे ज्यादा नंबर होंगे उसके औसत के आधार पर बचे हुए विषयों के नंबर दिए जाएंगे। जो बच्चे सिर्फ 3 विषयों की परीक्षा दे पाए हैं उनके जिन 2 विषयों में सबसे ज्यादा नंबर होंगे उसके औसत के आधार पर बचे हुए विषयों के नंबर दिए जाएंगे।
दिल्ली दंगों से प्रभावित छात्रों के लिए ये होगी व्यवस्था
दिल्ली में 12वीं कक्षा के कुछ ऐसे भी छात्र हैं जो दंगों की वजह से सिर्फ 1-2 विषयों की परीक्षा ही दे पाए हैं, ऐसे छात्रों की परीक्षा परिणाम इंटरनल असेसमेंट और उस विषय के प्रदर्शन के आधार पर होगा जिस विषय की परीक्षा वे दे चुके हैं