नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय 10वीं और 12वीं कक्षा की बाकी रह गई परीक्षाएं 25 जून तक आयोजित कराने के बारे में कोई महत्वपूर्ण निर्णय ले सकता है। यानी अगले 2 दिन में सीबीएसई और मंत्रालय द्वारा निर्णय ले लिया जाएगा कि दोनों बोर्ड परीक्षाएं तय कार्यक्रम के अनुसार करवाई जाएंगी या नहीं। सीबीएसई ने मंगलवार को कहा, "निर्णय लेने की प्रक्रिया एडवांस स्टेज में है। गुरुवार तक इसपर अंतिम फैसला लिया जाएगा।"
दरअसल, देशभर के अभिभावकों एवं कई राज्य सरकारों द्वारा कोरोना वायरस की वजह से सीबीएसई की बाकी बची हुईं परीक्षाएं न लेने की मांग की जा रही है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय इन परीक्षाओं पर आखरी फैसला लेने के लिए गृह मंत्रालय से परामर्श कर रहा है। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की बाकी बची परीक्षाएं मानव संसाधन मंत्रालय ने 1 से 15 जुलाई के बीच कराने का ऐलान किया था।
कोरोना संकट की वजह से यदि दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं नहीं हुईं तो सरकार के लिए सीटीईटी, जेईई मेंस और नीट कराना भी कठिन होगा।दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के बारे में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' को एक पत्र लिखा है। सिसोदिया ने केंद्र सरकार से कहा है कि 10वीं और 12वीं की शेष रह गई बोर्ड परीक्षाएं नहीं करवाई जाएं।
केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में सिसोदिया ने कहा है, "कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुई परिस्थितियों में बोर्ड परीक्षाएं कराना बहुत कठिन है। मौजूदा हालात को देखते हुए ये बोर्ड परीक्षाएं रद्द की जानी चाहिए। प्री-बोर्ड या आंतरिक परीक्षाओं के आधार पर 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं के छात्रों का नतीजा घोषित कर देना चाहिए।