नई दिल्ली। CBSE बोर्ड आज लंबित CBSE बोर्ड परीक्षा 2020 पर घोषणा कर सकता है। जो छात्र CBSE बोर्ड कक्षा 10 और CBSE बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा 2020 की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें बता दें उच्चतम न्यायालय पहले से ही एक याचिका पर सुनवाई कर रहा है जिसमें कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लंबित सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2020 को रद्द करने की मांग की गई है।
परीक्षाओं को निरस्त करने के लिए मामला सुप्रीम कोर्ट में है। अब CBSE बोर्ड ने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं निरस्त नहीं की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट में 25 जून को मामले की सुनवाई होगी, वहीं बोर्ड ने इस संबंध में फैसला करने के लिए कुछ समय मांगा है। ऐसे में संभावना है कि CBSE बोर्ड कल तक परीक्षाओं को लेकर फैसला ले लेगा। बता दें कि 10वीं और 12वीं बोर्ड की शेष परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई के बीच होना है।
सीबीएसई परीक्षा कैंसिल हुईं या टलीं तो बदल सकती है NEET, JEE मेंस की डेट
सुप्रीम कोर्ट द्वारा लंबित सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं की सुनवाई से जेईई मेन 2020, एनईईटी 2020 परीक्षा प्रभावित होगी। इस बीच, जेईई मेन 2020 और एनईईटी यूजी 2020 की तैयारी कर रहे छात्रों ने लंबित परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की है। हालांकि, एचआरडी मंत्रालय ने अभी तक जेईई मेन 2020 और एनईईटी 2020 को रद्द करने के बारे में आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की है।
जेईई मेन 2020 और एनईईटी यूजी 2020 को अन्यथा जुलाई 2020 के अंत में आयोजित किया जाना है। कुछ छात्रों और अभिभावकों ने पहले ही प्रवेश परीक्षा रद्द करने और मेरिट के आधार पर छात्रों को प्रवेश देने के लिए आवाज उठाई है।
देश के लाखों स्टूडेंट्स सीटीईटी (CTET), जेईई मेंस (JEE Mains) और नीट (NEET) जैसी प्रवेश परीक्षाओं में हिस्सा लेते हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में इन परीक्षाओं के केंद्र बनाए जाते हैं। ऐसे में परीक्षार्थियों को कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने से रोकना कम बड़ी चुनौती नहीं है। ऐसे में जबकि जुलाई में जेईई मेंस के बाद 23 अगस्त को जेईई एडवांस एग्जाम भी प्रस्तावित हैं तो इसके आयोजन को लेकर भी संकट के बादल मंडराते दिख रहे हैं।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2020: वैकल्पिक मूल्यांकन नीति
विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सीबीएसई बोर्ड सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक वैकल्पिक मूल्यांकन नीति प्रस्तावित करेगा। यह वैकल्पिक मूल्यांकन नीति प्री-बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों के आंतरिक अंकों या अंकों के आधार पर होगी। इस बीच, विभिन्न स्रोतों ने यह भी कहा कि सीबीएसई बोर्ड के छात्रों को उनके द्वारा बनाए गए अंकों में सुधार करने का दूसरा मौका दिया जाएगा, यदि वे बाद की तारीख में आंतरिक मूल्यांकन से संतुष्ट नहीं हैं।