रांची: कांग्रेस की झारखंड यूनिट ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बाबासाहब भीम राव आंबेडकर पर की गई टिप्पणी के विरोध में गुरुवार को रांची में विरोध मार्च निकाला। इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि देश संविधान निर्माता का ‘अपमान’ बर्दाश्त नहीं करेगा। हालांकि देश की राजधानी दिल्ली में इसी मुद्दे पर हो रहे प्रदर्शन ने उस वक्त शर्मनाक मोड़ ले लिया जब संसद भवन के मकर द्वार पर धक्कामुक्की में बीजेपी के दो सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
‘आंबेडकर पर शाह का बयान निंदनीय’
झारखंड में शाह की टिप्पणी के खिलाफ मार्च प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से निकाला गया और रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर समाप्त हुआ। अल्बर्ट एक्का चौक पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने शाह का पुतला जलाया। विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि आंबेडकर पर शाह का बयान निंदनीय है। कमलेश ने कहा,‘संविधान भारतीय लोकतंत्र की आत्मा है, जिसके निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर हैं। देश संविधान के निर्माता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।’ बता दें कि संसद में आंबेडकर के बारे में शाह की टिप्पणी पर विपक्षी दलों और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
राहुल के खिलाफ कई धाराओं में FIR दर्ज
दिल्ली पुलिस ने संसद परिसर में हुई ‘धक्का-मुक्की’ के सिलसिले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली। संसद मार्ग थाने में BNS की धारा 117 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना), 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 125 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने का कार्य), 131 (आपराधिक बल प्रयोग), 351 (आपराधिक धमकी) और 3(5) (सामान्य इरादा) के तहत FIR दर्ज की गई। इससे पहले दिन में BJP ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ पुलिस को एक शिकायत देकर उन पर संसद परिसर में ‘धक्का-मुक्की’ के दौरान ‘शारीरिक हमला और उकसावे’ में शामिल होने का आरोप लगाया था।