
रांची: झारखंड में दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक मामले में पुलिस ने मंगलवार को छह और लोगों को हिरासत में लिया, जिससे गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 10 हो गई। एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने राज्य विधानसभा के बाहर संवाददाताओं को बताया, "बोर्ड परीक्षा पेपर लीक मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कोडरमा पुलिस ने पूरी कड़ी को तोड़ दिया और पाया कि मुख्य आरोपी एक छात्र था जो मजदूर के रूप में भी काम करता था।"
हिंदी और विज्ञान की परीक्षा हुई रद्द
कोडरमा पुलिस ने छह लोगों को गिरिडीह जिले से गिरफ्तार किया। कोडरमा के एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि टाउन थाना अंतर्गत बरगंडा इलाके में छापेमारी के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं। 'झारखंड एकेडमिक काउंसिल' (जेएसी) ने प्रश्नपत्र के कथित तौर पर सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद 20 फरवरी को हिंदी और विज्ञान विषयों की दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी थी।
ट्रक से उतारते समय निकाल लिया पेपर
डीजीपी ने कहा कि मुख्य आरोपी ने निर्धारित परीक्षा से करीब एक सप्ताह पहले ट्रक से प्रश्नपत्र उतारते समय कथित तौर पर प्रश्नपत्र निकाल लिया था। डीजीपी ने कहा, "आरोपी ने प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी ली और उसे सोशल मीडिया में प्रसारित कर दिया। प्रश्नपत्र की मूल प्रति उसके घर से बरामद की गई है।" उन्होंने कहा कि पुलिस जांच पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि ऐसी कोई घटना दोबारा नहीं होगी।"
भाजपा ने विधानसभा में किया हंगामा
बता दें कि भाजपा ने मंगलवार को पेपर लीक मुद्दे पर राज्य विधानसभा में हंगामा किया और मामले की सीबीआई से जांच की मांग की। बता दें कि झारखंड अधिविद्य परिषद (जेएसी) ने 20 फरवरी को कक्षा 10 की हिंदी और विज्ञान की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी थीं, क्योंकि प्रश्नपत्र कथित रूप से लीक हो गए थे और उनकी प्रतियां सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो गई थीं। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों ने “प्रश्नपत्र लीक” मामले को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया। (इनपुट- पीटीआई)
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