झारखंड के सभी 81 विधानसभा सीटों के परिणाम आज आ गए हैं। इसी में से एक सीट है शिकारीपाड़ा जहां मतों की गिनती पूरी हो चुकी है। यहां से आलोक सोरेन ने 41,174 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की है। आलोक ने बीजेपी के परितोष सोरेन को हराया है। इस विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में चुनाव 20 नवंबर को आयोजित हुए थे। यह सीट अनुसूचित जनजातियों के लिए इस बार आरक्षित है। इस सीट पर जेएमएम व बीजेपी में इस बार कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इस कारण सभी की नजरें इस सीट पर टिकी हुई हैं।
पिछले चुनावों में शिकारीपाड़ा में क्या हुआ था?
JMM प्रत्याशी की बात करें तो 7 बार के विधायक रहे नालिन सोरेन के बेटे आलोक सोरेन मैदान में हैं। वहीं, बीजेपी की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता परितोष सोरेन तीसरी बार इस सीट से दांव ठोक रहे हैं। परितोष सोरेन 2009 और 2014 में जेवीएम से चुनाव लड़े थे। वहीं, 2019 में बीजेपी के टिकट पर उन्होंने (परितोष सोरेन) चुनाव लड़ा था। 2019 के चुनाव में परितोष को नलिन सोरेन के हाथों करारी शिकस्त मिली थी। 2019 के विधानसभा चुनाव में नालिन सोरेन को 79,400 वोट मिले थे तो परितोष सोरेन को 49,929 वोट हासिल हुए थे। नालिन सोरेन ने बीजेपी उम्मीदवार परितोष को 29,471 वोटों के अंतर से हराया था।
क्या रहा है इस सीट का चुनावी इतिहास?
साल 1952 में अस्तित्व में आए शिकारीपाड़ा विधानसभा सीट पर अब तक उपचुनाव सहित 17 बार विधानसभा के चुनाव हो चुके हैं। अलग झारखंड राज्य आंदोलन के अग्रणी झामुमो के वरिष्ठ नेता नलिन सोरेन साल 1990 से लगातार इस क्षेत्र से जीत दर्ज कर विधायक बनते रहे हैं, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में उनके सांसद बन जाने के बाद यहां से उनके बेटे आलोक सोरेन इस बार मैदान में हैं।