जमशेदपुर: झारखंड में लापता विमान का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। सरायकेला-खरसावां जिले के एक हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद लापता हुए दो सीट वाले विमान का पता लगाने के लिए एनडीआरएफ की एक टीम भी खोज अभियान में शामिल होगी। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जलाशय में विमान का मलबा देखने का दावा
चांडिल के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) सुनील कुमार राजवार ने बताया कि लापता विमान की तलाश के लिए मंगलवार मध्यरात्रि तक अभियान चलाया गया। एसडीपीओ ने बताया कि रांची से एनडीआरएफ की टीम आज तलाश अभियान में शामिल होगी। सरायकेला-खरसावां के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुनायत ने बताया कि स्थानीय लोगों ने एक जलाशय में विमान का मलबा देखने का दावा किया है, जिसके बाद सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल बांध में बड़े पैमाने पर तलाश अभियान चलाया जा रहा है।
अलकेमिस्ट एविएशन कंपनी का विमान लापता
इससे पहले पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि सोनारी हवाई अड्डे पर हवाई यातायात नियंत्रण को ‘अलकेमिस्ट एविएशन कंपनी’ के विमान की आखिरी ‘लोकेशन’ सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल उप-मंडल के अंतर्गत निमडीह में मिली थी। उन्होंने बताया कि पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों के प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की टीमें विमान की तलाश कर रहीं हैं।
पुरुलिया जिले में भी तलाश
उन्होंने बताया कि निमडीह के नजदीकी इलाकों के अलावा पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में भी तलाश की जा रही है। अधिकारी के अनुसार, बताया जाता है कि यह विमान ‘सेसना 152’ था और यह उड़ान प्रशिक्षण संस्थान ‘अलकेमिस्ट एविएशन’ का था। विमान ने मंगलवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे जमशेदपुर के सोनारी हवाई अड्डे से एक पायलट और प्रशिक्षु के साथ उड़ान भरी थी। (इनपुट-भाषा)