झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है। हालांकि, इस जीत के बावजूद हेमंत सोरेन सरकार के चार प्रमुख मंत्रियों को चुनावी मैदान में करारी हार का सामना करना पड़ा। हारने वाले मंत्रियों में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, जल संसाधन मंत्री मिथिलेश ठाकुर, शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम और समाज कल्याण मंत्री बेबी देवी शामिल हैं।
- बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर पश्चिम सीट से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के उम्मीदवार सरयू रॉय से 7,863 मतों से हार का सामना किया।
- मिथिलेश कुमार ठाकुर को गढ़वा से बीजेपी के सत्येंद्र नाथ तिवारी ने 16,753 मतों से हराया।
- लातेहार से चुनावी मैदान में उतरे बैद्यनाथ राम को बीजेपी के प्रकाश राम से 434 मतों के मामूली अंतर से हार मिली।
- डुमरी सीट पर समाज कल्याण मंत्री बेबी देवी को झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के जयराम कुमार महतो से 10,945 मतों के अंतर से पराजय मिली।
जीत में 'मंईयां सम्मान योजना' मददगार
बेबी देवी का विभाग लोकलुभावन 'मंईयां सम्मान योजना' के लिए जाना जाता है, जो 18-50 वर्ष की आयु की महिलाओं को 1,000 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करती है। झामुमो नीत गठबंधन ने इसे बढ़ाकर 2,500 रुपये प्रति माह करने का वादा किया है, जिससे राज्य में लगभग 57 लाख महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।
JMM नीत गठबंधन को मिली 56 सीटें
इस चुनाव में JMM नीत गठबंधन ने कुल 56 सीटों के साथ शानदार जीत दर्ज की और राज्य में सत्ता बरकरार रखी। वहीं, बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को केवल 24 सीटों से संतोष करना पड़ा। बीजेपी ने 21 सीट जीतीं और राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। राज्य विधानसभा में बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरी होती है। (भाषा)
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