जमशेदपुर: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को विपक्षी भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह राज्य में झामुमो सरकार को गिराने के लिए उसके विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। हालांकि, सोरेन ने भाजपा का नाम नहीं लिया। मुख्यमंत्री ने सरायकेला-खरसावां जिले के डोबो में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने धनबल से सरकारें बनाई हैं और अब हमारी लोकप्रिय सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें उन्हें सबक सिखाना होगा।’’
सोरेन ने ''आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार'' कार्यक्रम में पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम जिले में 555.83 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया तथा 472.16 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘वे हमारे अच्छे काम को पचा नहीं पाए, वे नहीं चाहते कि बुजुर्गों को पेंशन मिले, महिलाओं को सशक्त बनाया जाए, किसानों को समृद्ध बनाया जाए और लड़कियों को शिक्षित बनाया जाए।’’
'अमीर और पूंजीपति झारखंड के खनिजों को लूट रहे'
सोरेन ने कहा कि वह यह जानने के लिए राज्य का दौरा कर रहे हैं कि उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक से हुआ है या नहीं। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘झारखंड को सोने का पक्षी कहा जाता है, क्योंकि यहां खनिज संपदा प्रचुर मात्रा में है, लेकिन यहां के लोग सबसे पिछड़े हैं। सोने का पक्षी अमीरों और पूंजीपतियों का है, जो राज्य के खनिजों को लूट रहे हैं।’’
'जब हम बंदूक और गोली से नहीं डरते तो जेल से क्यों डरें'
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जब उनकी सरकार ने खनिजों पर रॉयल्टी के रूप में 1.36 लाख करोड़ रुपये की उचित मांग की थी, तो उन्हें झूठे मामलों में फंसाया गया और जेल भेज दिया गया। जमीन घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में लगभग पांच महीने जेल में बिताने के बाद हेमंत सोरेन को 28 जून को जमानत पर रिहा किया गया था। सोरेन ने कहा, ‘‘झारखंड वीरों की धरती है, जब हम बंदूक और गोली से नहीं डरते तो जेल से क्यों डरें।’’