Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड विधानसभा की कुल 81 सीटों पर दो फेज में वोटिंग होनी है। पहले फेज में 13 नवंबर और दूसरे फेज की वोटिंग 20 नवंबर को होगी। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। सूबे की 81 विधानसभा सीटों में से एक सीट गांडेय विधानसभा की भी है। इस बार विधानसभा चुनाव में इस सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस हाई प्रोफाइल सीट पर सभी की नजरें हैं। यहां 20 नवंबर को वोटिंग होगी।
जेएमएम ने कल्पना सोरेन को उतारा
गांडेय विधानसभा सीट से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। कल्पना सोरेन इसी साल हुए उपचुनाव में विजयी रहीं। उन्होंने बीजेपी के दिलीप वर्मा को चुनाव हराया है। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्टार प्रचारक मानी जाती हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने उनके मुकाबले इस बार मुनिया देवी को टिकट दिया है। सूबे में बीजेपी और आजसू साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।
गांडेय झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़
आपको बता दें कि गांडेय विधानसभा की सीट को झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ माना जाता है। यह विधानसभा सीट 1977 में अस्तित्व में आई थी। तब से लेकर अब तक 6 बार झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस सीट से जीत हासिल की जबकि कांग्रेस को दो बार सफलता मिली है। 1977 में इस सीट से जनता पार्टी के लक्ष्मण स्वर्णकार ने जीत हासिल की थी। 1985 में पहली बार जेएमएम ने इस सीट पर परचम लहराया था। जेएमएम के सालखन सोरेन इस सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं।
2019 विधानसभा चुनाव
2019 के विधानसभा चुनाव में गांडेय विधानसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरफराज अहमद ने जीत हासिल की थी। उन्होंने कुल 64,795 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी उम्मीदवार जय प्रकाश वर्मा 56,116 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे।
2014 विधानसभा चुनाव
2014 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के जयप्रकाश वर्मा को जीत हासिल हुई थी। उन्हें कुल 48,820 वोट मिले थे। झारखंड मुक्ति मोर्चा के सालखन सोरेन 38,555 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि कांग्रेस उम्मीदवार सरफराज अहमद 35,723 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे।
2009 विधानसभा चुनाव
2009 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार सरफराज अहमद ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के सालखन सोरेन को हराकर चुनाव जीता था। सरफराज अहमद को कुल 39,624 वोट मिले थे जबकि सरफराज अहमद को 31,170 मत हासिल हुए।