झारखंड: घने कोहरे और खराब दृश्यता के कारण गुरुवार को बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर उड़ानों का परिचालन प्रभावित रहा। सुबह 10:30 बजे तक हवाई अड्डे पर किसी भी विमान का आगमन या प्रस्थान नहीं हो पाया। इसके अतिरिक्त दृश्यता की कमी के कारण चार उड़ानों के रूट में बदलाव किया गया।
बिरसा मुंडा हवाई अड्डे के निदेशक आर. आर. मौर्य ने बताया कि सुबह से ही दृश्यता खराब रही और इस कारण रांची हवाई अड्डे पर कोई भी विमान समय पर नहीं आ सका या जा सका। उन्होंने यह भी बताया कि सभी उड़ानों में देरी होने की संभावना है और चार उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया है।
सुरक्षित लैंडिंग के लिए न्यूनतम दृश्यता?
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद के अनुसार, गुरुवार सुबह 8 बजे से 9 बजे के बीच दृश्यता केवल 300 मीटर दर्ज की गई, जबकि विमान की सुरक्षित लैंडिंग के लिए न्यूनतम दृश्यता 1200 मीटर होनी चाहिए।
झारखंड में पड़ रही कड़ाके की सर्दी
कोहरे के अलावा झारखंड में शीतलहर जैसी स्थिति भी है, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई है। राज्य के लोहारदगा क्षेत्र को सबसे ठंडा स्थान माना गया, जहां तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चतरा में न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि हजारीबाग में 3.7 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। रांची में तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिरा, जबकि इसके बाहरी इलाकों नामकुम और कांके में क्रमशः 3.7 और 4.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
मौसम विशेषज्ञ अभिषेक आनंद ने बताया कि देश के उत्तर-पश्चिमी भागों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण शुक्रवार के बाद झारखंड में न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है। (भाषा इनपुट के साथ)
ये भी पढ़ें-
चाचा-भतीजे के मिलन पर अजित गुट के नेता का बयान, "राज्य और देश के लिए अच्छा होगा"