देश के सबसे बड़े वार्षिक मेलों में शामिल श्रावणी मेला झारखंड के देवघर जिले में रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो गया। राज्य की कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बिहार से लगी राज्य की सीमा पर स्थित दुम्मा में श्रावणी मेले का उद्घाटन किया।
सावन में करीब 35 लाख आते हैं श्रद्धालु
राज्य सरकार ने झारखंड के सबसे बड़े सामाजिक-धार्मिक आयोजन के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। श्रावण माह में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले में हर साल देश-विदेश से 35 लाख से अधिक श्रद्धालु आते हैं। सावन के महीने में देवघर स्थित ज्योतिर्लिंग का गंगा से अभिषेक करने के लिए हजारों श्रद्धालु बिहार के सुल्तानगंज से झारखंड के बैद्यनाथ मंदिर तक 105 किलोमीटर की यात्रा करते हैं।
मेले में उपलब्ध रहेंगी ये सुविधाएं
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को देवघर में मेले की तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुविधा, सुरक्षा, स्वच्छता और आतिथ्य-मेले की मूल भावना होनी चाहिए ताकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु अच्छी यादें लेकर लौटें। सीएम ने कहा कि मेले के दौरान पेयजल, आवास, शौचालय, स्वास्थ्य, पार्किंग, बिजली और सूचना प्रणाली जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
सीसीटीवी और ड्रोन से होगी निगरानी
देवघर प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि सुल्तानगंज से देवघर तक कांवड़ियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, भीड़ प्रबंधन के लिए ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
भाषा- इनपुट के साथ