झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। हालांकि, सभी पार्टियां अपने-अपने समीकरण के तालमेल में जुट गई हैं। अभी वर्तमान में झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की सरकार है और कांग्रेस एवं आरजेडी उनके सहयोगी दल हैं। चुनाव की तैयारियों के बीच, कांग्रेस के झारखंड मामलों के सह-प्रभारी सप्तगिरि उलाका का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी का हिंदू-मुस्लिम कार्ड नहीं चलने वाला है, क्योंकि अब लोग समझ चुके हैं कि यह पार्टी चुनाव के समय वोट के लिए यह सब करती है।
कांग्रेस सांसद सप्तगिरि उलाका का कहना है कि कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के गठबंधन की सरकार फिर बनेगी। झारखंड में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। उलाका ने दावा किया कि बीजेपी के शीर्ष नेताओं से लेकर स्थानीय नेता तक ध्रुवीकरण करने के प्रयास में हैं, लेकिन वो सफल नहीं होने वाले हैं।
"बीजेपी चुनाव के समय यह सब करती है"
उलाका का कहना था, "लोग बीजेपी को समझ गए हैं। इनके ‘हिंदू-मुस्लिम कार्ड’ का कोई असर नहीं होगा। पिछले चुनाव में गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का मुद्दा खूब उठाया, लेकिन नहीं चला। इस बार भी बीजेपी को कोई सफलता नहीं मिलेगी।" उलाका ने कहा, "बीजेपी के लोग झारखंड में हिंदू-मुस्लिम करते हैं और जम्मू-कश्मीर में ईद एवं मुहर्रम पर मुफ्त गैस सिलेंडर का वादा करते हैं। जनता समझ चुकी है कि बीजेपी चुनाव के समय यह सब करती है।"
"हमारी योजनाओं का जमीन पर असर है"
ओडिशा के कोरापुट से लोकसभा सदस्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने की गिरफ्तारी और इंडिया गठबंधन के घटक दलों को तोड़ने का प्रयास, कुछ ऐसे कारक हैं जिनसे सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रति जनता में सहानुभूति है। उन्होंने यह भी कहा, "मुझे लगता है कि झारखंड में हमारी सरकार के काम और योजनाओं का जमीन पर असर है। हम लोग इस चुनाव में अच्छा करेंगे और नतीजे हैरान करने वाले होंगे।" (इनपुट- भाषा)
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