नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनाव की वोटिंग में अब दो दिन बाकी रह गए हैं लेकिन इस बीच रविवार को भाजपा के खिलाफ चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस ने झारखंड में कथित रूप से ‘‘सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी’’ अभियान जारी रखने के लिए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस ने 20 नवंबर को होने वाले झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले यह शिकायत दर्ज कराई है।
झूठी और भ्रामक बातें फैलाने का आरोप
आयोग में दर्ज कराई गई शिकायत में कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने भाजपा की झारखंड इकाई पर सोशल मीडिया पर ‘‘झूठी और भ्रामक’’ बातें फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस संबंध में आपराधिक मामला दर्ज होने के बावजूद बीजेपी इस तरह के ‘‘विभाजनकारी’’ अभियान में लिप्त है। इस बीच, भाजपा की झारखंड इकाई द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए ‘‘भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण’’ वीडियो के खिलाफ कांग्रेस और झामुमो की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए निर्वाचन आयोग ने रविवार को अपने झारखंड निर्वाचन अधिकारी को पार्टी को यह पोस्ट हटाने का निर्देश देने को कहा।
आयोग ने वीडियो पोस्ट करके आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों के कथित उल्लंघन के लिए प्रदेश भाजपा से स्पष्टीकरण भी मांगा है। आयोग द्वारा झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मामले में तुरंत कार्रवाई करने और आपत्तिजनक पोस्ट को सोशल मीडिया मंच से जल्द से जल्द हटवाने का निर्देश दिया है।
सख्त कार्रवाई की मांग
इससे पहले रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में शिकायत साझा करते हुए कहा कि यह पार्टी के आधिकारिक फेसबुक और ‘एक्स’ हैंडल पर अपलोड किए गए ‘‘भाजपा के झूठे, भ्रामक और सांप्रदायिक’’ सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ आयोग को कांग्रेस द्वारा की गई दूसरी शिकायत है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘आपराधिक मामला दर्ज होने के बावजूद भाजपा ने अपने पहले के सोशल मीडिया पोस्ट नहीं हटाए हैं। वे स्पष्ट रूप से झारखंड में अपने सांप्रदायिक और विभाजनकारी अभियान जारी रखे हुए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि निर्वाचन आयोग भाजपा पदाधिकारियों, जिनमें उनके सोशल मीडिया प्रभारी भी शामिल हैं, के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।’’
इससे पहले आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस ने भाजपा की झारखंड इकाई द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए ‘‘दुर्भावनापूर्ण, अपमानजनक और विभाजनकारी’’ पोस्ट के खिलाफ शिकायत की थी। रमेश ने भाजपा की झारखंड इकाई पर सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड करने का भी आरोप लगाया, जिसमें दृश्य झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के एक समर्थक के घर से शुरू होता है, जिसमें एक विशेष समुदाय के पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बहुत खराब हालत में दर्शाने की कोशिश की गई है। रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘वीडियो का दुर्भावनापूर्ण मकसद और संदेश बहुत स्पष्ट है।’’ (इनपुट-भाषा)