झारखंड के हजारीबाग में दिनदहाड़े गोलियां चलीं। जिले में मंगलवार सुबह एक स्थानीय धार्मिक समिति के पूर्व अध्यक्ष मंजीत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मंजीत यादव को उनके घर के बाहर ही गोली मारी गई। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। आरोपी की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि हमलावर की पहचान विवेक सोनी के रूप में हुई है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि घटना सुबह करीब 8:00 बजे हुई, जब हजारीबाग रामनवमी महासमिति के पूर्व अध्यक्ष मंजीत यादव (50 वर्ष) अपने आवास से बाहर निकल रहे थे। उन्होंने बताया कि अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया। एसपी ने कहा कि मंजीत यादव कुछ आपराधिक मामलों के सिलसिले में जेल में थे। वह हाल ही में जमानत पर बाहर आए थे।
क्या है हत्या की वजह?
पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन पहली नजर में ऐसा मालूम होता है कि हत्या एक भूखंड को लेकर हुए विवाद के कारण हुई है। मंजीत यादव के समर्थकों ने हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए नेशनल हाईवे- 33 को जिला परिषद चौक पर कई घंटों तक बाधित रखा। हालांकि, पुलिस ने बाद में जाम को खुलवाकर यातायात व्यवस्था को सुचारु किया।
शूटर से हत्या करवाने की आशंका
मंजीत यादव के परिजनों ने बताया कि अचानक सामने से दो गोली चली। दो गोली और चलाई गई। आशंका जताई जा रही है कि शूटर से गोली चलवाई गई। मंजीत यादव रामनवमी समिति के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। उनकी पत्नी सुनीता यादव वार्ड- 23 की निर्वतमान पार्षद है। मंजीत यादव की हत्या शूटर से करवाने की बात सामने आ रही है।
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