जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की वोटिंग 1 अक्टूबर को खत्म हो चुकी है। अब 8 अक्टूबर को चुनाव आयोग वोट काउंटिंग कराने को तैयार है। इससे पहले आज सेना व पुलिस ने सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की है। जानकारी दे दें कि 370 हटने व केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद यह जम्मू कश्मीर का पहला विधानसभा चुनाव है। इस चुनाव में पहली बार महबूबा मुफ्ती खुद चुनाव नहीं लड़ रही है, बल्कि उन्होंने अपनी जगह अपनी वारिस इल्तिजा मुफ्ती को उम्मीदवार बनाया है।
3 लेवल सिक्योरिटी
पूरे केंद्रशासित प्रदेश में कल यानी 8 अक्टूबर को मतगणना होगी, इससे पहले यानी आज के दिन से काउंटिंग में कोई गड़बड़ी न हो, इसे लेकर सुरक्षा बल पूरी तरह अलर्ट हैं। सुरक्षा बलों ने आज उधमपुर जिले में 3 स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है।
एसएसपी ने दी जानकारी
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उधमपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आमोद अशोक नागपुरे ने कहा, "मतगणना स्थलों पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। पहली परत में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान तैनात हैं, दूसरी परत में राज्य सशस्त्र पुलिस के जवान तैनात हैं और तीसरी परत में जिला पुलिस के जवान तैनात हैं। दोनों स्ट्रांग रूम और मतगणना हॉल में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) स्तर के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "मतगणना के दिन ट्रैफिक के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं। 100 मीटर के दायरे में यातायात की अनुमति नहीं होगी और दोनों स्ट्रांग रूम और मतगणना केंद्रों को "नो पैडेस्ट्रियन जोन" घोषित किया गया है। केवल उचित पहचान पत्र वाले लोगों को ही मतगणना केंद्रों में प्रवेश की अनुमति होगी। एसएसपी ने बताया कि दिन के लिए विस्तृत यातायात योजना तैयार की गई है, जिसे जल्द ही नागरिकों को किसी भी असुविधा से बचने के लिए सूचित किया जाएगा।"
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