श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में एक श्रीनगर की ऐतिहासिक लाल चौक की सीट भी है। इस सीट पर प्रत्याशियों के बीच जबरदस्त मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है। लाल चौक सीट पर 25 सितंबर को दूसरे चरण में मतदान होना है। अन्य प्रत्याशियों के अलावा इस सीट पर चाचा और भतीजा भी आमने-सामने हैं और एक दूसरे को मात देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी को उम्मीद है कि वह पहली बार इस सीट पर अपना परचम लहरा सकती है जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के इरादे भी कुछ ऐसे ही हैं।
लाल चौक पर मीर Vs मीर
बता दें कि लाल चौक से ताल ठोक रहे अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता अशरफ मीर और PDP के युवा उम्मीदवार जुहैब यूसुफ मीर रिश्ते में चाचा भतीजा हैं। अशरफ मीर PDP की सरकार में मंत्री रह चुके हैं और उन्होंने 2014 के विधानसभा चुनाव में सोनवार सीट से जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को मात दी थी। हालांकि 2018 में बीजेपी और पीडीपी का गठबंधन टूटने के बाद अशरफ मीर ने PDP का दामन छोड़ दिया था और अल्ताफ बुखारी की अपनी पार्टी में शामिल हो गए थे। अशरफ मीर के पार्टी से जाने के बाद उनके भतीजे जुहैब मीर ने पार्टी का दामन थामा। जुहैब ने ब्रिटेन से अर्थशास्त्र में पीजी डिग्री हासिल की है। महबूबा मुफ्ती ने उन्हें लाल चौक से टिकट दिया है और अब चाचा-भतीजा आमने-सामने हैं।
बीजेपी भी लगा रही है पूरा जोर
जम्मू-कश्मीर के इतिहास में कश्मीर घाटी से कभी कोई सीट नहीं जीतने वाली BJP इस बार लाल चौक विधानसभा क्षेत्र में अपना पूरा जोर लगा रही है। बीजेपी उम्मीदवार इंजीनियर एजाज हुसैन राठेर कश्मीर में पार्टी का चेहरा हैं और यही वजह है कि पार्टी ने उन्हें प्रतिष्ठित लाल चौक निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा है। लाल चौक से बीजेपी उम्मीदवार और उनके कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर में एक रैली की और लोगों को आकर्षित करने की कोशिश की। एजाज ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि वे जीतेंगे क्योंकि BJP ने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से बहुत विकास किया है और इस बार लोग विकास और शांति के लिए वोट करेंगे।
1,03,784 मतदाता करेंगे फैसला
बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा NC और PDP जैसी क्षेत्रीय पार्टियां भी अच्छा-खासा दखल रखती हैं। कांग्रेस और NC ने इन चुनावों में गठबंधन किया है जो कि कागजों पर मजबूत नजर आ रहा है। लाल चौक की सीट जीतने के लिए ये सभी पार्टियां प्रयासरत हैं। परिसीमन के बाद लाल चौक कश्मीर के सबसे बड़े विधानसभा क्षेत्रों में से एक बन गया है, और इसीलिए इस सीट को जीतना किसी के लिए आसान नहीं रहने वाला। इस सीट पर 1,03,784 मतदाता हैं जिनमें से 51,928 पुरुष और 51,854 महिलाएं हैं। अब 8 अक्टूबर को ही पता चल पाएगा कि इस सीट पर ऊंट किस करवट बैठेगा।